फसल खरीद केन्द्रों पर किसानों को ना हो कोई परेशानी – भाटी, उच्च शिक्षा मंत्री
बीकानेर। उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि कोलायत क्षेत्र सहित जिले के सभी क्षेत्रों में फसल खरीद केन्द्रों पर फसल बेचने पहुंचने वाले किसानों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो। कोविड 19 संक्रमण के खतरे के मद्देनजर मास्क, सेनेटाइजर आदि की उपलब्धता हो तथा सोशल डिस्टेसिंग की पूरी तरह पालना की जाए। खाजूवाला, खींदासर व गौडू सहित कोलायत के अन्य क्षेत्रों में जो फसल खरीद केन्द्र स्थापित किए गए है, वहां भी फसल खरीद का कार्य सुचारू रूप से हो इसके लिए भी विभाग के अधिकारी पूर्ण सजगता के साथ कार्य करें।
भाटी शुक्रवार को सर्किट हाउस में कोरोनावायरस संक्रमण की रोकथाम के सम्बंध में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने मंडी से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिए कि काश्तकार को उसकी फसल खरीद करने का टोकन पूर्व में ही जारी कर दिया जाना सुनिश्चित किया जाए तथा इस टोकन की वैधता 10 दिन तक रखी जाए ताकि सम्बंधित किसान अगले 10 दिनों में अपनी सुविधा से फसल बेचने का कार्य कर सके। उन्हांेने निर्देश दिए सभी खरीद केन्द्रों में फसल तुलवाई के लिए ऐसी व्यवस्था की जाए कि जिनका पूर्व पंजीकरण हो रखा है उन सबको समय रहते दूरभाष पर उनकी फसल खरीद का समय और दिनांक के बारे में जानकारी दी जाए । इससे खरीद केन्द्रों पर निर्धारित समय पर किसान पहुंच सकेगा और अनावश्यक भीड़ भी नहीं होगी। साथ में अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि मंडी परिसर में साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था की जाए। उच्च शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि सरकार ने काश्तकार को उसके गांव के पास ही अपनी फसल बेचने के लिए मंडी की सुविधा उपलब्ध करवाई है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा कोलायत सहित जिले की विभिन्न तहसीलों में फसल केन्द्र (नई मंडिया) स्वीकृत की है और वह कार्य भी कर रही है। इन मंडियों का प्रचार-प्रसार ग्रामीण स्तर पर और बेहतर तरीके से करें। उन्हांेने कहा कि गाढवाला, कोलासर, मेघासर,अक्कासर व खींदासर ट्यूबवैल का क्षेत्र है, यहां फसल खरीद केन्द्र शुरू करवाएं ताकि किसानों को इसका लाभ मिल सके।
मनरेगा में दिया जाए रोजगार-भाटी ने कहा कि राज्य सरकार ने मनरेगा में रोजगार देने के आदेश जारी कर दिए है। अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि ग्रामीण क्षेत्र में मनरेगा में अधिक से अधिक कार्य स्वीकृत करते हुए जरूतमंदों को रोजगार सुलभ कराएं। उन्होंने खनि अभियन्ता को निर्देश दिए कि राज्य सरकार ने खनन करने की स्वीकृति दी हैं। कोलायत क्षेत्र में क्ले खनन कार्य प्रारंभ करवाया जाए ताकि श्रमिकों को रोजगार मिल सके।
उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि कृषि यंत्रों की खरीद सहित ट्रैक्टर आदि की खरीद पर जो राज्य सरकार द्वारा अनुमति जारी की गई है, इसके बारे में भी कृषि विभाग सहित अन्य विभाग जो इस कार्य से जुड़े हैं वे इसका प्रचार प्रसार कर लोगों को बताएं कि कृषि यंत्रों और ट्रैक्टरों की खरीद आदि पर रोक नहीं है । उन्होंने रसद अधिकारी से खाद्य सुरक्षा योजना के तहत आवंटित गेहू व अन्य खाद्य सामग्री के उठाव व वितरण के बारे में जानकारी ली और निर्देश दिए कि सभी पात्र लोगांे तक पूरी पारदर्शिता के साथ राशन पहुंचाया जाए। उन्होंने पशुचारा और पशुधन की चिकित्सा सुविधा के बारे में भी फीड बैक लिया। उन्होंने निर्देश दिए कि गर्मी के मौसम को देखते हुए शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। मंत्री ने जिले में बिजली की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी ली।
बैठक में जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन, पुलिस प्रशासन व चिकित्सा विभाग द्वारा किए गए प्रयासों की जानकारी दी। लॉक डाउन के दौरान जिले के बाहर से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को होम क्वैरंटाइन या स्टेट क्वॉरेंटाइन में रहना अनिवार्य किया गया है। होम क्वॉरेंटाइन रहने की स्थिति में बाहर से आने वाले व्यक्ति को 50 हजार रुपए का मुचलका (बंध पत्र) प्रस्तुत करना होगा। इस संबंध में एक आदेश जारी किया गया है। उन्होंने निषेधाज्ञा क्षेत्र में दूध, फल व सब्जी सहित अन्य आवश्यक सामान की आपूर्ति में के संबंध में भी जानकारी दी। बैठक में कोरोना रोग के उपचार, इसके लिए उपलब्ध संसाधन आदि की समीक्षा की गई।
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ए.एच.गौरी, उपखण्ड अधिकारी रिया केजरीवाल, प्राचार्य मेडिकल काॅलेज डाॅ एस एस राठौड़, अधीक्षक पीबीएम डाॅ. मोहम्मद सलीम, जिला रसद अधिकारी यशवंत भाकर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।