राजस्थान नर्सेज संघर्ष समिति बीकानेर ने निकाली महारैली
संभागीय आयुक्त कार्यालय के गेट के बाहर किया सांकेतिक प्रदर्शन
मांगे नही मानें जाने पर दी महापड़ाव की चेतावनी
बीकानेर। राजस्थान नर्सेज संघर्ष समिति द्वारा बुधवार को अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर प्रदेशव्यापी आह्वान महारैली निकाल कर कार्यकारी प्रदेश संयोजक मनफूल पुनिया व संभाग प्रभारी रमजान तंवर के नेतृत्व सैकड़ो नर्सेज की मौजूदगी में महारैली निकालकर संभागीय आयुक्त के यहां दो घंटे सांकेतिक प्रदर्शन कर संभागीय आयुक्त को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंप कर अपनी बात सरकार तक पहुँचाई।
कार्यकारी प्रदेश संयोजक मनफूल पुनिया ने बताया कि राजस्थान नर्सेज संघर्ष समिति द्वारा अपनी प्रमुख 11 सूत्रीय मांगों को लेकर करीब 1 माह से आंदोलनरत है यदि सरकार जल्दी हमारी मांगे नही मानी तो 23 अगस्त 2023 को राजधानी में पूरे प्रदेश की नर्सेज महापड़ाव डालेगी।
साथ ही बताया कि पिछले एक माह राज्य में नर्सेज अपनी मांगो को लेकर गाँधीवादी तरीके से आंदोलन कर रही है जिसमे नर्सेज ने सर्वप्रथम पूरे राज्य सभी जिलों में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भिजवाए, काली पट्टी बांधकर कार्य किया,ट्विटर अभियान व पोस्ट कार्ड अभियान में अपनी 11 सूत्री मांगे मुख्यमंत्री तक अपनी बात पहुंचाई, संभागवार महारैली व 2 घंटे का सांकेतिक प्रदर्शन किया,जनप्रतिनिधियों से अनुशंषा पत्र लिखवाये इसके बाउजूद राज्य सरकार हमारी बात नही सुन रही है जो बहुत ही निराशाजनक हैं, राज्य सरकार को जल्दी ही हमारी मांगे मान लेनी चाहिए अन्यथा राज्यभर से नर्सेज 23 अगस्त को जयपुर की ओर कूच करेंगें।
संभाग प्रभारी रमजान तंवर ने बताया राजस्थान नर्सेज संघर्ष समिति के आह्वान पर आज बीकानेर में महारैली व 2 घंटे का सांकेतिक प्रदर्शन किया, यदि अब भी सरकार हमारी बातें नही सुनती है तो आगामी दिनों में जयपुर में महापड़ाव होगा जिसमें राज्य की चिकित्सा व्यवस्था चरमरा सकती है।
साथ ही रमजान तंवर ने 11 सूत्री मांगों को पूर्ण जानकारी दी जिसमें नर्सेज को संविदा काल का नोशनल लाभ देने,सीएचए की सेवा बहाली करने,नर्सेज का केडर पुर्नगठन करने पृथक से नर्सिंग निदेशालय की स्थापना करने,केन्द्र के समान वेतन मान देने ,एएनएम संघ की वार्ता का एम्पलीमेंट करने, संविदा, निविदा, प्लेसमेंट, ईएमटी, एनएचएम नर्सेज का वेतन 37800 प्रति माह करने,नर्सेज भर्ती 2023 में पद वृद्धि कर, कोर्ट केसों का निस्तारण कर भर्ती शीघ्र पूर्ण करने,नर्सेज को दवा लिखने व दवा रखने अधिकार देने,राज. सरकार की घोषणा के अनुसार प्रत्येक वर्ष समयबद्ध पदोन्नति देने, इनसर्विस नर्सेज को उच्च शिक्षा अध्ययन के तुरन्त पश्चात् पदोन्नति के अवसर देने, सीएचओ का वेतन 50,000 कर केंडर गठन कर नियमित करने, लिखित समझोते के अनुसार नर्सिंग ट्यूटर का पद नाम व्याख्याता करने की मांगे रखी।
वहीं नर्सेज उच्च शिक्षा अध्ययन में वेतन कटोती बंद करने,कोविड की प्रोत्साहन राशि दिलवाने, नर्सेज की शिकायत जांच कमेटी से चिकित्सको को पृथक किया करने,नर्सिंग आफिसर, सीनियर नर्सिंग ऑफिसर, नर्सिंग ट्यूटर का पद राजपत्रित करने और नर्सिंग छात्र छात्राओं के लिये 5000 प्रति माह स्टाई फण्ड दिये जाने ,नर्सेज का स्पष्ट जॉब चार्ट जारी करने,उत्कृष्ट नर्सेज खिलाडियों को अतिरिक्त पदोन्नति का लाभ देने, नर्सेज के लिये रियायति दरो पर आवास व भूमि आवंटन करने आदि मांगो के बारे में विस्तृत जानकारी दी और कहा कि इन सभी मांगो पर आंदोलन जारी रहेगा जब तक नर्सेज की मांगे सरकार मान नही लेती है।
ये नर्सेज रहे मौजूद – साजिद परिहार, सतीश कुमार,अशोक कुमार,रविकांत मीणा, सूर्या,रवि आचार्य रहिसुद्दीन,मधुसूदन पारीक, भजनलाल,राम बंसीवाल,गणेश मेघवाल, प्रमोद गुर्जर,पृथ्वी स्वामी,शनि,मुरली स्वामी, जितेंद्र,पंकज प्रजापत व बिजेंद्र आदि सहित सैकड़ों नर्सेज उपस्थित रहे।