सर्च एवं सोशियल फील्ड एक्टिविस्ट्स के दर्द से खैरीवाल ने पीएम को कराया अवगत
बीकानेर। देश के विभिन्न राज्यों में हजारों एनजीओ और व्यावसायिक संस्थाओं में फील्ड वर्क या सर्वे या रिसर्च में लगे हुए वर्कर्स के लिए वित्तीय सहायता की मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर बीकानेर के सामाजिक कार्यकर्ता गिरिराज खैरीवाल ने की है। खैरीवाल ने पत्र में बताया है कि लगभग सभी एनजीओ व व्यावसायिक संस्थाओं में फील्ड वर्क, कार्य की गणना आधारित अनुबंधित तरीके से किया जाता है। अर्थात प्रति सर्वे या रिसर्च या प्रति कार्य के अनुसार भुगतान दिया जाता है, ऐसे में यह काम करने वाले देश के लगभग एक करोड़ कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं, क्योंकि ये वेतनभोगी श्रेणी में भी नहीं आते। गौरतलब हो कि इन कार्मिकों का समाज में जागरूकता लाने का बहुत बड़ा योगदान रहता है। अब लॉक डाउन के कारण बाहर निकलने पर ही पाबंदी है तो घर घर जाकर सर्वेक्षण कैसे संभव हो सकता है। इस वजह से इस तरह के सभी कार्मिक बेरोजगार हो गए हैं और उन्हें अत्यंत ही परेशानी हो रही है क्योंकि ये सभी कार्मिक स्वाभिमानी प्रवृति के होते हैं। खैरीवाल ने पीएम से पुरजोर अनुरोध किया है कि इस अत्यंत ही महत्वपूर्ण विषय में तुरंत प्रभाव से आवश्यक कार्यवाही अमल में लाकर इन सामाजिक कार्यकर्ताओं को राहत दिलाने का पुनीत कार्य कराने की कृपा करावें, ताकि इस वर्ग का भी ध्यान रखा जा सके और ये वर्ग भी अपनी दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करने में किसी भी तरह की शर्म महसूस न करें। खैरीवाल ने पत्र में
केंद्र सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु किए जा रहे उपायों, कार्यों व प्रयासों को अत्यंत ही प्रभावी और सराहनीय बताया है।