बगैर शिक्षक वाले संस्थान ने दे दिए 33 में से 33 नीट सलेक्शन
👉 गुरुकुल मिशन के तहत पहल
👉 अब शाना इंटरनेशनल स्कूल में भी फिफ्टी विलेजर्स सेवा संस्थान देगा ग्यारहवीं कक्षा के 25 विद्यार्थियों काे नि:शुल्क शिक्षा
बीकानेर । प्रदेश में एक ऐसा शैक्षणिक संस्थान भी है जहां एक भी शिक्षक नहीं है, लेकिन इस संस्थान से इस वर्ष 33 में से 33 स्टूडेंट्स नीट में चयनित हो गए। इससे भी हैरत की बात यह रही कि ये सभी स्टूडेंट्स बेहद गरीब तबके से हैं। दरअसल, फिफ्टी विलेजर्स सेवा संस्थान बाड़मेर में बच्चे ही शिक्षक का दायित्व देख रहे हैं। इसमें 12 वीं के बच्चे 11 वीं कक्षा को पढ़ाते हैं और बीच-बीच में कहीं कुछ दिक्कत आती है तो संस्थान मार्गदर्शन करता है । यह जानकारी बीकानेर की शाना इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर कमलेश चंद्रा एवं प्रिंसिपल पुष्पलता झा ने दी। अब इसी तर्ज पर गुरुकुल मिशन के तहत शाना इंटरनेशनल स्कूल परिसर में फिफ्टी विलेजर्स सेवा संस्थान ग्यारहवीं कक्षा के 25 विद्यार्थियों काे नि:शुल्क शिक्षा देने जा रहा है।
शिवबाड़ी मठ के महंत रहे ब्रह्मलीन स्वामी संवित् सोमगिरि महाराज, डॉ. भरत सारण की गुरुकुल मिशन के तहत पहल पर संभाग मुख्यालय की जानी-मानी शाना इंटरनेशनल स्कूल में अब फिफ्टी विलेजर्स संस्थान द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की गयी है। वे विद्यार्थी जो कक्षा 10 में सरकारी विद्यालय से उत्तीर्ण हो जाते हैं, लेकिन आर्थिक कारणों से अपनी पढ़ाई आगे नहीं बढ़ा पाते, उन्हें इस योजना के तहत निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी।
संस्थान के डायरेक्टर कमलेश चंद्रा व स्कूल की प्रिंसीपल पुष्पलता झा ने बताया कि संस्थान का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों की सहायता करना है, जो आर्थिक कारणों से अपनी अध्ययन यात्रा को जारी नहीं रख पा रहे हैं। शाना इंटरनेशनल स्कूल की पहल पर फिफ्टी विलेजर्स सेवा संस्थान द्वारा इन विद्यार्थियों को शाना इंटरनेशनल स्कूल में निशुल्क शिक्षा तथा निशुल्क रहने-खाने की सुविधा प्रदान की जाएगी, जिसमें दानदाताओं और भामाशाहों का महत्वपूर्ण योगदान होगा। प्रवेश पाने के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन 29 जुलाई को शाना इंटरनेशनल स्कूल प्रांगण में किया जाएगा। सभी इच्छुक विद्यार्थी इस परीक्षा में भाग लेकर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
चंद्रा के अनुसार इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन विद्यार्थियों की मदद करना है जो अपनी पढ़ाई आर्थिक कठिनाईयों के कारण छोड़ देते हैं। हमें उम्मीद है कि इस योजना से उन विद्यार्थियों को एक नया अवसर मिलेगा और वे अपनी पढ़ाई को जारी रख पाएंगे। संस्थान के डायरेक्टर कमलेश चंद्रा ने यह भी बताया कि बच्चों की तैयारी में फिफ्टी विलेजर्स सेवा संस्थान बाड़मेर की टीम पूरा सहयोग करेगी और ठीक उसी पैटर्न पर बीकानेर के बच्चे भी तैयारी करेंगे। यह गौरतलब है कि इस बार फिफ्टी विलेजर्स बाड़मेर से 33 बच्चों ने मेडिकल की परीक्षा नीट में भाग लिया था जिसमें से 33 के 33 विद्यार्थियों ने नीट की परीक्षा पास कर ली। इस उत्कृष्ट प्रदर्शन से प्रेरणा लेते हुए, बीकानेर के बच्चों को भी उसी तरह की तैयारी करने की उम्मीद है। संस्थान का लक्ष्य है कि यह अवसर आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा की ओर बढ़ने का मार्ग प्रशस्त करेगा और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकेगा।
प्रिंसिपल पुष्पलता झा ने बताया सेवा संस्थान बीकानेर संभाग के आर्थिक रूप से पिछड़े हुए होनहार प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के लिए एक सशक्त प्लेटफार्म का काम करेगा जो उनके जीवन के सपनों में को साकार करने में उनकी पूरी मदद करेगा।