अब तक पकड़े 41 अवैध बूस्टर
नहरबंदी के मद्देनजर पेयजल वितरण की सुचारू व्यवस्था की हो रही नियमित समीक्षा
बीकानेर, 25 मई। नहरबंदी के दौरान पेयजल वितरण की सुचारू व्यवस्था बनाए रखने के मद्देनजर विभाग स्तर पर नियमित समीक्षा की जा रही है।
जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता राजेश पुरोहित ने बताया कि जिले में वर्तमान में पूर्ण नहरबंदी चल रही है। इससे 2 शहर और 535 गांव प्रभावित हैं। इस दौरान पेयजल व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के लिए प्रशासन और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा लगातार समीक्षा जी रही है। साथ ही पेयजल वितरण पर निगरानी रखी जा रही है।
उन्होंने बताया कि बीकानेर शहरी क्षेत्र में एकांतर जल वितरण व्यवस्था की गई है। नहरबंदी से पूर्व तैयारियां करते हुए 20 नलकूप शहर में बनवा दिये गये हैं। क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए पाईप लाईन डालने की कार्यवाही भी की गई है।
उन्होंने बताया कि इसके पश्चात भी समस्याग्रस्त क्षेत्र जो कि सप्लाई के अंतिम छोर पर है, उन क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से परिवहन करते हुए पेयजल पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उस्तां मौहल्ला, लुहारों का मोहल्ला, सिटी कोतवाली के पीछे, भादाणी तलाई, एम आर होटल, कसाई मोहल्ला, पट्टी पेड़ा, रानीबाजार, सुदर्शना नगर, चूनगरों का मोहल्ला, दाऊजी मंदिर गली, अजीत फाउंडेशन के पास, बेनीसर बारी, नाइयों की गली, दफ्तरी चौक, जंभेश्वर नगर, सोनगिरी कुआ, पारीक चौक, कादरी कॉलोनी, छोटा राणीसर बास, अमरपुरा बास, नायकों का मौहल्ला, इंदिरा चौक, हरिजनों की गुवाड़ के 10 घर, अमरसिंहपुरा, रथखाना की तीन गलियां, अंबेडकर कॉलोनी गली नंबर 6 व 8, तिलक नगर की दो गलियां, चौधरी कॉलोनी की 5 नंबर गली अंतिम छोर पर पानी पहुंच सके, इसके लिये पेयजल सप्लाई के दौरान विद्युत कटौती की जा रही है, जिससे कि बूस्टर नहीं चले।
उन्होंने बताया कि इस दौरान बुस्टर अवैध जल संबंध पकड़ने का अभियान भी चलाया जा रहा है। अब तक 41 बूस्टर पकड़े गये हैं।
ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल समस्याग्रस्त क्षेत्रों में जल जीवन मिशन के तहत रॉ वाटर भंडारण पहले ही बना लिया गया तथा नहरबंदी से पूर्व पेयजल पूर्ण क्षमता से भरकर रख लिया गया। इनके अलावा पूर्व स्थापित नलकूपों की मरम्मत करवाकर इन्हें चालू कर दिया गया एवं लगभग 25 नए नलकूप स्थापित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि शुभोलाई, अजीतमाना और लखासर गांव जैसे अधिक
पशुधन वाले गांवों में नियमित रूप से टैंकरों से जल वितरण किया जा रहा है। मोटावतान, गंगापुरा, बज्जू ब्लॉक में लूंबासर, नगरासर, सेवड़ा गांव, बीकानेर ब्लॉक में केला गांव में जल परिवहन के माध्यम से पेयजल पहुंचाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिला कलक्टर महोदय के निर्देशानुसार निजी नलकूप चिन्हित कर लिये गये हैं।आवश्यकता के अनुसार पेयजल के लिए इनका उपयोग किया जाएगा। निजी डिग्गियां भी चिन्हित की गई हैं जो कि आवश्यकता अनुरूप पेयजल हेतु उपयोग में ली जा सकेंगी। जल परिवहन पर निगरानी हेतु जीपीएस प्रणाली प्रयोग में ली जा रही है।
नहरबंदी के दौरान ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था की निगरानी एवं आने वाली समस्याओं के निस्तारण हेतु प्रशासन द्वारा रेपिड रेस्पॉस टीम उपखण्ड अधिकारी की अध्यक्षता में गठित की गई है, जो कि इसकी लगातार समीक्षा कर रहे हैं। इसी तरह ग्रामीण स्तर पर समिति का गठन किया गया है, जो कि ग्रामीण स्तर की पेयजल व्यवस्था की निगरानी कर रहा है, जिसके अंतर्गत सरपंच, ग्रामीण विकास अधिकारी, पटवारी एवं बीट कास्टेबल सदस्य है।
नहरबंदी में पेयजल के संकट को देखते हुए उन्होंने आम उपभोक्ताओं से पेयजल का मितव्ययता से उपयोग करने का आह्वान किया है। लिकेज या पानी व्यर्थ बहने की शिकायत की जानकारी जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के नियंत्रण कक्ष 0151-2226454 पर दी जा सकती है। इस पर त्वरित कार्यवाही की जाएगी।