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अब ये महिलाएं तैयार करेंगी स्कूली बच्चों की ड्रेस

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*राजीविका की स्टेट मिशन डायरेक्टर की मौजूदगी में हुआ एमओयू*
*जिला कलक्टर की एक और पहल*

बीकानेर, 5 मई। तिरंगा राजीविका महिला संर्वागीण विकास सहकारी समिति लिमिटेड की महिलाएं निजी स्कूल के दो हजार विद्यार्थियों की स्कूल ड्रेस की सिलाई करेगी। इसके लिए एसएचजी को सम्पूर्ण राॅ मेटेरियल स्कूल, कार्य करने के लिए स्थान और लाभ संबंधित स्कूल द्वारा उपलब्ध करवाया जाएगा। ग्रामीण विकास विभाग की शासन सचिव तथा राजीविका की स्टेट मिशन डायरेक्टर मंजू राजपाल की मौजूदगी में शुक्रवार को जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल की पहल पर संस्था, स्कूल और राजीविका के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।

मिशन डायरेक्टर ने जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना की और कहा कि महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण की दिशा में यह मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा ऐसे और नवाचार किए जाएं तथा एसएचजी की महिलाओं को कार्य करने का बेहतर वातावरण उपलब्ध करवाया जाए। इसके लिए जिले में विभिन्न स्थानों पर स्किल सेंटर स्थापित किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रायोगिक तौर पर किया गया एमओयू सफल होने की स्थिति में और एमओयू किए जाएं।

जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि यह एमओयू विनसम इंटरनेशनल स्कूल के साथ किया गया है। पहले चरण में स्कूल के दो हजार बच्चों की स्कूल ड्रेस इस एसएचजी द्वारा बनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि जिले में साढ़े सात हजार महिला स्वयं सहायता समूह कार्यरत हैं। इनके आर्थिक स्वावलम्बन के लिए विभिन्न नवाचार किए गए हैं।
इस अवसर पर विनसम स्कूल के डायरेक्टर सुरेन्द्र धारणिया, तिरंगा एसएचजी की ओर से कोषाध्यक्ष जन्नत और राजीविका के जिला प्रबंधक राजेन्द्र बिश्नोई ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के., अधिशाषी अभियंता धीर सिंह गोदारा, एक्सईएन नरेगा रामनिवास शर्मा, सहायक अभियंता सुंदर गोदारा आदि मौजूद रहे।

*महिलाएं बनाएंगी मोरिंगा के उत्पाद*
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में राजीविका के महिला स्वयं सहायता समूहों को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न नवाचार किए गए हैं। इसके तहत लूणकरणसर में सेनेटरी नैपकिन पैड निर्माण यूनिट तथा बेनीसर में मसाला यूनिट स्थापित की गई है। इसी श्रृंखला में रावनेरी में सहजन प्रसंस्करण यूनिट लगाई जा रही है। यह यूनिट रावनेरी की श्री बालाजी सर्वांगीण विकास सहकारी समिति द्वारा लगाई जाएगी। इस समूह की महिलाओं को सहजन के मूल्य संवर्धित उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण गुजरात के आनंद जिले में संचालित स्वर न्यूट्रा फूड्स गुप द्वारा एक्पोजर विजिट के दौरान दिया जा चुका है। यहां मशीनरी स्थापित करने के लिए क्रय आदेश दे दिए गए हैं। रावनेरी और दियातरा में स्थापित माॅडल चारागाह भूमि में बड़ी संख्या में सहजन के पौधे लगाए गए हैं।

*बनाए जाएंगे यह उत्पाद*
जिला कलक्टर ने बताया कि स्वर न्यूट्रा फूड्स गुप द्वारा सहजन की पत्तियों से मोरिंगा पाउडर, प्रोटीन पाउडर, मोरिंगा ग्रीन टी, मोरिंगा सूप, मोरिंगा बाथ सोप, जैल, कैंडी और चाकलेट आदि बनाए जा रहे हैं। चरणबद्ध तरीके से रावनेरी की यूनिट में इन सभी मूल्य संवर्धित उत्पादों को बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि न्यूट्रा फूड्स द्वारा फाॅर्म पर पौधे उगाने की विधि तथा प्रसंस्करण इकाई संचालन का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

*पोषक तत्वों से भरपूर है मोरिंगा का पौधा*
जिला कलक्टर ने बताया कि सहजन का पौधा पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसकी पत्तियां, तना, फली सहित प्रत्येक भाग की औषधीय खूबियां हैं। यह शरीर में पोषक तत्वों की कमी दूर करता है। इसके मद्देनजर अधिक से अधिक लोगों को सहजन के पौधे लगाने एवं इनके उपयोग के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जिला कलक्टर द्वारा जिले में किए गए नवाचार ‘शक्ति’ के तहत नवजात बेटियों की माता को सहजन फली का पौधा दिया जा रहा है। वहीं जिले भर में स्थापित किए गए किचन गार्डन में भी सहजन का पौध लगाया गया है।

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