उद्यमी बोले औद्योगिक समस्याओं के समाधान से ही निकलेगा औद्योगिक विकास का रास्ता
बीकानेर । एमएसएमई सुविधा शिविर के निरीक्षण पर पधारी अतिरिक्त मुख्य सचिव वीनू गुप्ता को बीकानेर संभाग के औद्योगिक विस्तार के आड़े आ रही समस्याओं के निवारण के लिए विभिन्न औद्योगिक संगठनों ने ज्ञापन सौंपा। बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि बीकानेर संभाग के औद्योगिक विकास को पंख लगाने के लिए पहली आवश्यकता बीकानेर में हवाई सेवाओं का विस्तार है जिसके लिए 23.83 हेक्टेयर भूमि का आवंटन राज्य सरकार द्वारा अथवा जिला प्रशासन द्वारा निशुल्क उपलब्ध करवाया जाए तो केंद्र सरकार द्वारा एयरपोर्ट ऑथोरिटी से टर्मिनल का विस्तार करवा दिया जा सकता है। साथ ही राजस्थान सरकार द्वारा श्रमिक वर्ग के हितों को ध्यान में रखते हुए शुरू की गई चिरंजीवी योजना में लंबे समय से राजस्थान में मजदूरी करने आए दूसरे राज्यों के मजदूरों को शामिल किया जाए। राजस्थान सरकार द्वारा बजट 2023 में बीकानेर में ड्राईपोर्ट स्थापना हेतु घोषणा की गई थी लेकिन आज तक इसकी क्रियान्वित नहीं हो पाई है। बीकानेर जिले में इन्लेंड कंटेनर डिपो स्थापित हो जाने से बीकानेर जिला देश के मानचित्र में अपनी विशिष्ट पहचान रखेगा और बेरोजगारों को रोजगार मुहेया हो सकेगा, निर्यात सुलभ होगा, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्पादों को मार्केट मिलेगा। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए दूरगामी सकारात्मक सोच के साथ औद्योगिक विकास को लेकर नए उद्योगों के लिए नीतियाँ जारी की जाती रही है। इसके साथ ही पुराने उद्योगों को भी नए उद्योगों की भांति छूट प्रदान की जाए ताकि राजस्व और रोजगार दोनों में समानांतर वृद्धि संभव हो सके। साथ ही राज्य सरकार से बजट पूर्व राज्य कर परामर्शदात्री समिति की मीटिंग में बीकानेर संभाग के प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करवाया जाए। अन्य विभागों की तर्ज पर उद्योगों की कैटेगरी तय करते करते हुए 5 साल या 3 साल की एकसाथ फायर एनओसी जारी करवाई जाए ताकि उद्यमी बार बार विभाग के चक्कर निकालने से बच सके और उद्यमी अपने उद्यम पर पूर्ण ध्यान केन्द्रित कर सके। साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा एवं अन्य समाजोपयोगी क्षेत्रों में प्रदेश के प्रवासी एवं अप्रवासी भामाशाहों द्वारा खर्च की गई राशि को राज्य कर से पूर्णतया मुक्त करवाया जाए ताकि उक्त निर्णय से प्रदेश में भामाशाह आगे आकर विकास में भागीदार बन सके। करणी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के महेश कोठारी एवं संजय राठी ने करणी औद्योगिक क्षेत्र में रीको द्वारा सीईटीपी स्थापना करवाने की मांग रखी। बीछवाल उद्योग संघ के उमाशंकर माथुर, प्रशांत कंसल एवं गौरव माथुर ने रीको विभाग से संबंधित समस्याओं से अवगत करवाते हुए रीको के नियम व उपनियम में बदलाव की मांग रखी। श्री डूंगरगढ़ एसोसिएशन के अध्यक्ष भंवरलाल सहारण ने श्री डूंगरगढ़ में नए औद्योगिक क्षेत्र बनाने व पुराने औद्योगिक क्षेत्र में विस्तार करवाने की मांग रखी। होटल इंडस्ट्री एसोसिएशन के प्रकाश ओझा ने होटल इंडस्ट्री को औद्योगिक स्कीमों की सुविधाएं दिलवाने की मांग रखी। अशोक धारणिया ने कृषि आधारित उद्योगों के विकास एवं विस्तार में आ रही समस्याओं से अवगत करवाया। इस अवसर पर देश के आर्थिक विषयों पर अपनी कलम का हुनर दिखाने वाले डॉ. पी.एस वोरा ने स्वयं द्वारा रचित आर्थिक सफरनामा पुस्तक भेंट की।