जैविक उर्वरकों को प्रोत्साहन हेतु गोबर, गोमूत्र प्रसंस्करण सम्मेलन 12 को
*तकनीकी सत्रों में विशेष विशेषज्ञों द्वारा दी जाएगी जानकरी*
*जिले में 1410 किसानों को गोबर, गोमूत्र संवर्धन अभियान के तहत मिली ट्रेनिंग*
बीकानेर, 5 अप्रैल। गोबर, गोमूत्र प्रसंस्करण सम्मेलन 12 अप्रैल को रविंद्र रंगमंच पर आयोजित किया जाएगा। संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के पवन ने यह जानकारी दी ।
संभागीय आयुक्त ने बुधवार को इस सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा की और बताया कि सम्मेलन का उद्देश्य गोबर से खाद तथा गोमूत्र से कीटनाशक बनाने के पारंपरिक तरीकों के साथ-साथ नई तकनीक का प्रयोग कर इन जैविक उर्वरकों के उपयोग को बढ़ावा देना है । उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण के जरिए ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के नए विकल्प सृजित होंगे। डॉ पवन ने कहा कि वैश्विक परिदृश्य में भी खेती में इस खाद व कीटनाशकों की उपादेयता पुनर्स्थापित हो रही है। जिले में पशुधन की उपलब्धता के मद्देनजर इस सम्मेलन से बड़ी संख्या में लोगों को इस कार्य से जुड़ने के लिए प्रेरित किया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि सम्मेलन के दौरान विभिन्न तकनीकी व विशिष्ट सत्रों में विषय विशेषज्ञों द्वारा जानकारी दी जाएगी, साथ ही किसानों के साथ खुला संवाद आयोजित कर उनकी जिज्ञासाओं का समाधान भी किया जाएगा। सम्मेलन में संभाग के चारों जिलों की गौशालाओं से भी प्रतिभागी उपस्थित रहेंगे।
*जिले में 1410 किसानों को गोबर, गोमूत्र संवर्धन अभियान के तहत मिली ट्रेनिंग*
संभागीय आयुक्त ने बताया कि गोबर, गोमूत्र संवर्धन अभियान के तहत जिले में 1410 किसानों को प्रशिक्षण दिया गया है। राजस्थान गो सेवा परिषद व राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय द्वारा कृषि, पशुपालन सहित अन्य विभागों के सहयोग से जिले के सभी गांवों से दो- दो व्यक्तियों को गोबर से खाद तथा गोमूत्र से कीटनाशक बनाने की ट्रेनिंग दी गई है। 12 अप्रैल को होने वाले सम्मेलन में ये प्रतिभागी उपस्थित रहेंगे।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षित किसानों- गोपालकों की सूचना मोबाइल नंबर के साथ जिले की आधिकारिक वेबसाइट पर भी उपलब्ध रहेगी। इच्छुक व्यक्ति अपने क्षेत्र में प्रशिक्षित किसान- गोपालक से संपर्क कर इस संबंध में विस्तार से जानकारी जुटा सकता है।
*इन विभागों का रहेगा सहयोग व समन्वय*
राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशक प्रो. आर.के. धूड़िया सम्मेलन के नोडल अधिकारी होंगे। वहीं कृषि, पशुपालन सहित अन्य विभागों का सहयोग रहेगा। सम्मेलन में सभी संबंधित विभागों द्वारा कृषि और पशुपालन से जुड़ी योजनाओं के संबंध में प्रदर्शनी आयोजित कर विस्तार से जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी।
*मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के लिए लगेगा काउंटर*
संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के पवन ने बताया कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत पंजीकरण से वंचित रहे प्रतिभागियों के लिए सम्मेलन के दौरान ही रजिस्ट्रेशन हेतु काउंटर लगाया जाएगा । योजना के लाभ से अब तक वंचित प्रतिभागी जन आधार कार्ड और प्रीमियम राशि जमा करवा कर योजना का लाभ ले सकते हैं।
बैठक में राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशक प्रो. आर.के. धूड़िया, राजस्थान गोसेवा परिषद के हेम शर्मा, अरविंद मिड्ढा, रिद्धकरण सेठिया , एड. अजय पुरोहित, संयुक्त गोचर समिति समन्वयक मनु बाबू सेवक, राजेश बिन्नाणी सहित, नाबार्ड के डीडीएम रमेश तांबिया, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. वीरेंद्र नेत्रा सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।