प्रशासन इन्हें पकड़ों, ये रोज भिड़तें हैं और दुकानों क्लिनिक में करते हैं तोड़फोड़
बीकानेर । बीकानेर में ट्रेफिक को कंट्रोल करने के लिए यातायात पुलिस मुस्तैद है। कोई बाइक सवार बगैर हेलमेट मिला तो तुरंत फोटो खींचा और जुर्माने की प्रक्रिया शुरु कर दी जाती है, लेकिन सुव्यवस्थित ट्रेफिक को कुछ ही पल में तहस-नहस करने वालों पर इन जवानों की नजर क्यों नहीं जाती या फिर ये इनके कैमरे की रेंज में नहीं आते हैं। इसके लिए किसका चालान काटेंगे, किसे जिम्मेदार ठहराया जाएगा? हम यहां बात कर रहे हैं उन आवारा पशुओं की जिनका समूह कब भिड़ जाए और इसके चलते व्यस्ततम इलाके में कब भगदड़ मच जाए कुछ कह नहीं सकते, मगर इन पर और इन पशुओं के मालिकों के खिलाफ कार्रवाई तो की ही जा सकती है। रानीबाजार पुलिया से महज कुछ ही दूरी पर शास्त्री नगर की ओर जाने वाले मार्ग पर और पास में ही संचालित टीबी अस्पताल के आगे आवारा पशुओं का झुंड हर समय एक खतरा बना रहता है। रविवार को तो इस खतरे का सामना यहां बने एक कॉम्प्लेक्स के पास क्लिनिक्स और दुकानदारों को करना पड़ा। अचानक तेज रफ्तार से लड़ते भिड़तें इन आवारा पशुओं ने एक क्लिनिक की जाली तोड़ दी। इससे वहां मौजूद मरीजों और दुकानदारों में अफरातफरी मच गई। पूर्व में भी यहां ये पशु तोड़फोड़ कर नुकसान कर चुके हैं। गनीमत रही कि किसी की जान नहीं गई, लेकिन इससे पहले किसी की जान पर बन आए संबंधित जिम्मेदारों को इस संबंध में त्वरित कार्रवाई करनी होगी। वर्ना ऐसी घटना होती है तो इसकी पूर्ण जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होगी।