सोलर इकाईयों को चाहिए भुगतान की ऊर्जा, कारोबारियों ने सीएम व ऊर्जा मंत्री को भेजा पत्र
बीकानेर। सोलर प्लांट का काम बिजली एकत्रित करना होता है। ऐसे में फेक्ट्री चले या ना चले उसमें बिजली तो बनती रहती है। वर्तमान में कोरोना महामारी के चलते देशभर में लाॅक डाउन चल रहा है और सोलर इकाईयां बंद पड़ी है। लेकिन ये इकाईयांविद्युत का उत्पादन कर रही हैं। इसी संबंध में जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया एवं विद्युतीय सलाहकार एम.एस. फगेरिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व ऊर्जा एवं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बीडी कल्ला को पत्र भिजवाया है। पत्र में लिखा है कि देशभर में जारी लाॅकडाउन के कारण बंद पड़ी सोलर आधारित औद्योगिक इकाइयों द्वारा उत्पादित बिजली का भुगतान दिलवाया जाए। पचीसिया ने बताया कि लाॅकडाउन के हालात में उद्यमी एवं व्यापारी तन मन धन से केंद्र एवं राज्य सरकार की इस आपातकालीन समय में हरसम्भव मदद करने में जुटा है। इतना ही नहीं केंद्र तथा राज्य सरकार के निर्देशानुसार इकाई बंद होने के बाद भी श्रमिकों को उनकी तनख्वाह और दैनिक जरूरतों के सामान को मुहैया करवाया जा रहा है। इन विकट परिस्थितियों में राज्य सरकार को भी बंद पड़ी सोलर आधारित इकाइयों की ओर ध्यान देना चाहिए। इन सोलर इकाईयों द्वारा उत्पादित कुल बिजली का 25 मार्च 2020 से केंद्र सरकार द्वारा घोषित लाॅकडाउन की अवधि तक का भुगतान सरकार की टेरिफ रेट के हिसाब से किया जाना चाहिए ताकि उद्यमी व व्यापारी को भी राहत मिल सके।