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निर्धारित मापदंडों के अनुरूप हो बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण- कलक्टर

*औद्योगिक क्षेत्र में अतिक्रमण किया तो एसआरएम के विरुद्ध की जाएगी कार्रवाई*
*सिंगल यूज प्लास्टिक जब्ती की कार्रवाई बढ़ाने के दिए निर्देश*

बीकानेर, 9 मार्च । जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि अस्पतालों से निकलने वाले बायोमेडिकल तथा नॉन बायोमेडिकल वेस्ट का समुचित निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।
कलेक्ट्रेट कार्यालय में गुरुवार को आयोजित जिला पर्यावरण समिति की बैठक में जिला कलक्टर ने यह निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि निजी तथा सरकारी अस्पतालों के बायोमेडिकल वेस्ट का नियमानुसार निस्तारण के संबंध में सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज से सूचना लें।

जिला कलक्टर ने सिंगल यूज प्लास्टिक जब्ती की कार्रवाई पर असंतोष जताते हुए निगम और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को और समन्वय करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने डीएफओ को इस संबंध में नियमित रिपोर्ट लेने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दोनों विभाग औचक निरीक्षण बढ़ाते हुए सख्ती से कार्यवाही करें।
जिला कलक्टर ने बायोलॉजिकल पार्क की प्रगति की समीक्षा कर बकाया रहे कार्य को समय पर गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में बॉटनिकल गार्डन , लव कुश वाटिका के कार्य की प्रगति की भी समीक्षा की गई।
*औद्योगिक क्षेत्रों में ट्रीटमेंट प्लांट की नियमित जांच करें*
जिला कलक्टर ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की महत्ती जिम्मेदारी निभाते हुए पर्यावरण प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड औद्योगिक क्षेत्रों में ट्रीटमेंट प्लांट की नियमित और रेंडम जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

*रीको को अतिक्रमण हटाने के निर्देश*
जिला कलक्टर ने करणी इंडस्ट्री एरिया एक्सटेंशन में अनाधिकृत रूप से आवासीय कब्जे होने के संबंध में रीको को सर्वे कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने कहा कि यदि भविष्य में नया अतिक्रमण पाया जाता है तो संबंधित एसआरएम के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। वर्तमान में जो अतिक्रमण है उन्हें हटाने की कार्यवाही भी की जाए।
जिला कलक्टर ने मृत पशुओं को जोहड़ बीड में शहर से काफी दूर डलवाने के लिए निगम अधिकारी को मौका मुआयना कर उचित कार्यवाही करवाने को कहा। उन्होंने कहा कि गिद्ध संरक्षण के साथ-साथ आवासीय कॉलोनियों को सुरक्षित बनाया जाना भी हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।

*इको टूरिज्म संभावनाओं पर करें फोकस*
जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में इको टूरिज्म की बेहतरीन संभावनाओं को देखते हुए वन विभाग और पर्यटन विभाग समन्वय कर ईकोटूरिज्म साइट के प्रस्ताव उच्च स्तर पर भिजवाएं। वन विभाग द्वारा कपिल मुनि सरोवर तथा नापासर स्थित वन विभाग की जमीन को इको टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में तैयार करने के प्रस्ताव दिए गए हैं। इन स्थानों पर पौधारोपण के विशेष प्रयास हों।

जिला कलक्टर ने कहा कि शिक्षा विभाग सहजन फली के पौधे की औषधीय उपयोगिता के संबंध में जिले के समस्त निजी और सरकारी विद्यालयों में प्रार्थना सभाओं के दौरान विद्यार्थियों को जानकारी दें । साथ ही ड्रमस्टिक पौधे के वितरण के लिए वन विभाग के साथ समन्वय किया जाए। जिला कलक्टर ने कहा कि पर्यटन विभाग करणीसर भाटियान ,कतरियासर सहित अन्य स्थानों पर भी टूरिज्म की संभावनाएं तलाश करें। बैठक में नगर विकास न्यास सचिव यशपाल आहूजा, निगम उपायुक्त सुमन शर्मा सहित वन विभाग के डीएफओ रंगास्वामी ई, पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, पर्यटन विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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