प्रधानाचार्य डीपीसी को लेकर 14 फरवरी से पदयात्रा
*21 फरवरी को करेंगे विधानसभा का घेराव*
बीकानेर। दस साल से लम्बित प्रधानाचार्य डीपीसी को लेकर पिछले 30 दिनों से निदेशालय के आगे शांतिपूर्ण धरना दे रहे शिक्षाधिकारियों ने डीपीसी में हो रही अप्रत्याशित देरी को लेकर अब बीकानेर से जयपुर पैदल कूच करने का निर्णय ले लिया हैं। रेसा के प्रदेशाध्यक्ष कृष्ण गोदारा ने बताया कि प्रधानाचार्य डीपीसी पिछले 10 माह से लम्बित हैं। इस हेतु परिषद द्वारा 12 जनवरी 2023 से निदेशालय के आगे शांतिपूर्ण धरना दिया जा रहा हैं जिसे आज 30 दिन हो गये हैं। उपप्रधानाचार्य का पद नवसृजित होने से अनुभव छूट हेतु पत्रावली निदेशालय द्वारा शासन को 20 जनवरी 2023 को ही भिजवाई जा चूकी हैं। शासन द्वारा उपप्रधानाचार्य पद की अधिसूचना में ही शिथीलन का प्रावधान किया हुआ हैं फिर भी पत्रावली का इतने समय तक शासन स्तर पर लम्बित होना खेदजनक हैं जबकि मुख्यमंत्री ने 22-23 के बजट में 1 वर्ष के अनुभव शिथीलन की घोषणा की हुई हैं ।।
गोदारा ने बताया कि उपर्युक्त अनुभव छूट पत्रावली को तत्काल अनुमति देकर 22-23 की प्रधानाचार्या डीपीसी शीघ्र नहीं की गयी तो परिषद द्वारा गाँधीवादी तरीके से आन्दोलन को तेज करते हुए निदेशालय बीकानेर से विधानसभा जयपुर तक प्रधानाचार्य पदोन्नति पदयात्रा 14 फरवरी से प्रारंभ की जाएंगी एवं 21 फरवरी को राजस्थान के समस्त शिक्षाधिकारियों द्वारा विधानसभा का घेराव किया जाएगा और यदि इस दौरान यदि कोई अप्रिय परिस्थितियां उत्पन्न होती हैं तो इसकी समस्त जिम्मेदारी सरकार की रहेंगी।