व्यक्तित्व निर्माण में संस्कार अत्यंत आवश्यक -डॉ बी डी कल्ला
*आरएसवी में स्कॉलरशिप वितरण एवं सम्मान समारोह आयोजित*
बीकानेर । जय नारायण व्यास कॉलोनी स्थित आरएसवी हायर सेकेंडरी स्कूल के मेघावी विद्यार्थियों हेतु स्कॉलरशिप वितरण एवं सम्मान समारोह का आयोजन होटल पाणिग्रहण के भव्य सभागार में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ बी डी कल्ला शिक्षा मंत्री राजस्थान सरकार, डॉ जी पी सिंह प्रधानाचार्य राजकीय डूंगर महाविद्यालय, निर्मल कुमार शर्मा सेवानिवृत्त एडीआरएम उत्तर पश्चिम रेलवे, आशीष देवचरण प्रख्यात रंगकर्मी एवं सुभाष स्वामी सीएमडी आरएसवी ग्रुप ऑफ स्कूल्स ने दीप प्रज्वलित कर किया।
आरएसवी के प्रवक्ता ने बताया की कार्यक्रम में विद्यालय के 87 मेधावी विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप प्रदान कर, सीए फाउंडेशन मे सफल विद्यालय के 5 विद्यार्थियों, सीए इंटरमीडिएट तथा फाइनल में सफल 11 विद्यार्थियों, जेईई मेन में सफल विद्यालय के 5 विद्यार्थियों का सम्मान किया गया तथा विद्यार्थियों को कक्षा 10 में प्राप्त अंकों के आधार पर लगभग ₹5 लाख की स्कॉलरशिप का वितरण किया गया।
विद्यालय की कक्षा 11 में अध्ययनरत इन विद्यार्थियों में सीबीएसई तथा आरबीएससी से उत्तीर्ण उन सभी विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप प्रदान की गई जिन्होंने कक्षा 10 में 80% से अधिक अंक प्राप्त किए थे। इन विद्यार्थियों को कक्षा 12 में भी इतनी ही राशि स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी। स्कॉलरशिप प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों उनके अभिभावकों के चेहरे प्रसन्नता से खिले हुए थे।
स्कॉलरशिप चेक के साथ सेल्फी प्वाइंट पर सेल्फी लेते हुए विद्यार्थियों अभिभावकों की प्रसन्नता देखते ही बनती थी। विद्यार्थियों को आशीर्वचन प्रदान करते हुए शिक्षा मंत्री ने अपने उद्बोधन में विद्यालय के इस प्रयास की सराहना की तथा इसे विद्यार्थियों हेतु एक प्रेरणादायक कदम बताया। विद्यालय में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए डॉ बी डी कल्ला ने संस्कृत के श्लोक का उपयोग करते हुए अपने चिर परिचित अंदाज में अभिभावकों से भी अनुरोध किया कि वह विद्यार्थी को उसकी रूचि एवं व्यक्तित्व के अनुसार ही आगे बढ़ने हेतु प्रेरित करें।
अभिभावक गुरु एवं विद्यालय का वातावरण ही विद्यार्थियों में संस्कार निर्माण करता है तथा उनके भविष्य का निर्धारण करता है। डॉ जी पी सिंह ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को अपना लक्ष्य निर्धारित कर उसके लिए निरंतर प्रयास करने हेतु प्रेरित किया। आपने कहा कि किसी कार्य में असफल होना उतना महत्व नहीं रखता जितना कि उस कार्य के लिए निष्ठा पूर्ण निरंतर प्रयास ना करना।
आपका निरंतर प्रयास ही आपको सफलता के शिखर पर ले जा सकता है। श्री निर्मल शर्मा तथा श्री आशीष देव चारण ने भी विद्यार्थियों के प्रयास को सराहा तथा उन्हें बधाई दी। श्री सुभाष स्वामी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अभिभावकों से अपने सहयोग को निरंतर बनाए रखने तथा विद्यार्थियों में अच्छे संस्कार रोपित करने का अनुरोध किया। विद्यालय सदैव विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ सुयोग्य नागरिक एवं परिवार के लिए प्रेरणा स्रोत बनने हेतु प्रयासरत रहता है। अतिथियों का स्वागत माल्यार्पण कर तथा स्मृति चिन्ह प्रदान कर किया गया।