राज्य कलस्टर विकास कार्यक्रम के तहत कार्यशाला में तलाशी विश्वस्तरीय उत्पादों की संभावनाएं
बीकानेर। राज्य सरकार द्वारा राजस्थान जिले में दस्ताकारों एवं लघु उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए राज्य कलस्टर विकास कार्यक्रम के तहत संभाग स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन बीकानेर उद्योग संघ कार्यालय रानी बाजार, औद्योगिक क्षेत्र, बीकानेर में 7 फरवरी को किया गया।
कार्यालय आयुक्त उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, जयपुर से राजेंद्र सेठिया सयुंक्त निदेशक, उद्योग ने कार्यशाला में राज्य कलस्टर विकास कार्यक्रम में एमएसएमई सीडीपी योजना पर प्रकाश डालते हुए बताया कि तमिलनाडू हैदराबाद एवं कर्नाटक राज्य के लघु उद्यमियों द्वारा इसका बहुतायत में लाभ लिया जा रहा है जिससे वहां के लघु उद्यम को गति मिली है। उद्योग विभाग द्वारा राजस्थान में ईवी कन्सलटेंट एडवाईजरी सर्विस कम्पनी की सहायता लेकर कलस्टर विकास कार्यक्रम को गति दी जा रही है। यह एडवाइजरी कम्पनी राज्य में स्थापित होने वाले कलस्टर की डाईग्नोस्टिक स्टेडी एवं डीपीआर बनाने में एसपीवी की निशुल्क मदद करेगी।
जिला उद्योग केन्द्र की महाप्रबन्धक मंजू नैण गोदारा द्वारा संभाग से उपस्थित जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबन्धक एवं उद्यमियों को बताया कि राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे राज्य कलस्टर विकास कार्यक्रम के तहत संभाग स्तरीय जागरूकता शिविर के माध्यम से दस्ताकारों / लघु उद्यमियों को करने हेतु न्यूनतम 10 उद्यमी साथ मिल कर एमएसएमई सीडीपी योजना में 10 करोड रूपए तक का कलस्टर विकास कार्यक्रम के तहत कॉमन फैसेलिटी सेंटर स्थापित कर विश्वस्तरीय उत्पाद की गुणवत्ता एवं बड़े उद्योगों के उत्पाद की दरों की प्रतिस्पर्धा के अनुरूप अपना उत्पाद तैयार कर सकते हैं।ईवी कन्सलटेंट एडवाईजरी सर्विस कम्पनी के हैड विकास तिवारी द्वारा एमएसएमई सीडीपी योजना में एसपीवी गठन एवं डाईग्नोस्टिक स्टेडी एवं डीपीआर बनाने एवं अनुदान बारे में तथा किसी प्रकार आवेदन किया जा सकता है विस्तृत रूप से बताया।
श्रीगंगानगर महाप्रबन्धक हरीश मित्तल द्वारा गंगानगर जिले में किन्नू उत्पाद के कलस्टर की संभावना पर चर्चा की गई। नानूराम, महाप्रबन्धक ने सरदारशहर, रतनगढ़ एवं चुरू में कलस्टर विकास की संभावना पर चर्चा की गई।
बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डी.पी. पच्चीसिया द्वारा बीकानेर जिले में ज्वैलरी, रंगाई छपाई कलस्टर की डाईग्नोस्टिक स्टेडी करवाने तथा रानी बाजार औद्योगिक क्षेत्र का आधारभूत सुविधाओं के विकास हेतु इन्फ्रा स्ट्रेक्चर कार्यक्रम के तहत रीको के माध्यम से डाईग्नोस्टिक स्टेडी करवाने हेतु चर्चा की गई। अध्यक्ष, करणी उद्योग संघ के अध्यक्ष महेश कोठारी एवं बीछवाल उद्योग संघ के अध्यक्ष प्रशांत कंसल ने करणी एवं बीछवाल औद्योगिक क्षेत्र में स्वीकृत सीईटीपी के बारे में चर्चा करते हुए बतलाया कि स्वीकृत सीईटीपी राशि का 80 प्रतिशत तक भवन पर ही लग जाएगा जबकि योजना में 25 प्रतिशत तक का ही प्रावधान हैं। धर्मेंद्र बुढानिया, अध्यक्ष, प्लाईवुड एसोसिएशन चुरू ने संभावनाओं पर चर्चा की गई। चुरू में वूडन हैण्डीक्राफ्ट एवं सरदारशहर में वूडन फर्नीचर कलस्टर की विपुल संभावना है।
कार्यशाला में उद्योग विभाग के सुरेन्द्र कुमार, उपनिदेशक, शेरसिंह तंवर अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी, राजूराम एवं उरमूल, रंगसूत्रा, जय भैरव वैल्फयर सोसयाटी, शान्तिमैत्री संस्थान के प्रतिनिधियों ने भाग लिया ।