भाजपा ने बीकानेर में फेस मास्क खरीद पर लगाए गंभीर आरोप
बीकानेर। कोरोना विपदा के समय आपातकालीन परिस्थितियों में आमजन की सुरक्षा को लेकर बीकानेर सांसद अर्जुनराम मेघवाल और बीकानेर पूर्व विधायक सिद्धि कुमारी की अनुशंसा पर बीकानेर जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा बड़ी मात्रा में खरीद किए गए फेस मास्क की उच्च दर एवं निम्न स्तरीय गुणवत्ता पर वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य ने गंभीर आरोप लगाए हैं। डॉ. आचार्य ने कहा कि कोरोना संकट के समय में संपूर्ण देश एकजुटता के साथ इस महामारी से निपटने में लगा है तथा दानदाता-भामाशाह दिल खोलकर सहयोग कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर जनप्रतिनिधियों की अनुशंसा पर सामाजिक सरोकार के तहत जनसेवार्थ फेस मास्क खरीद में जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा केवल खानापूर्ति कर अत्यन्त घटिया क्वालिटी के मास्क प्राप्त हो रहै हैं।
डॉ आचार्य ने बताया कि जनता के मध्य वितरण हेतु प्राप्त हुए फेस मास्क में तय मानकों के अनुसार नाक पर फिक्स होने वाली मेटल स्ट्रीप भी नहीं है और कान पर बांधने वाली डोरियां अथवा इलास्टिक इतना छोटा और घटिया क्वालिटी का है कि वह ना तो कान तक पंहुच पाता है और ना ही उसे सही तरीके से बांधा जा सकता है। बांधने के लिए खींचते ही उसकी डोरी टूट जाती है। साथ ही साथ बहुत ही घटिया क्वालिटी के मैटेरियल तथा एक पैकेट में तय संख्या से कम मास्क निकलने की जानकारी भी प्राप्त हुई है।
पार्टी कार्यकर्ताओं एवं आमजन द्वारा इस संपूर्ण घटनाक्रम की जानकारी प्राप्त होते ही डॉ आचार्य ने इस बाबत बीकानेर सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री श्री अर्जुनराम मेघवाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के साथ-साथ आपूर्तिकर्ता कंपनी से भी इस बारे में शिकायत की है।
उन्होंने कहा कि कोरोना जैसे अत्यंत संवेदनशील एवं संजीदगी भरे गंभीर मुद्दे पर भी जनता के स्वास्थ्य और सुरक्षा के साथ इस प्रकार का खिलवाड़ अत्यंत शर्मनाक एवं खानापूर्ति करने वाला है। उन्होंने कहा की केवल कहने के लिए तो फेस मास्क की आपूर्ति और वितरण हो गया है परंतु जिस उद्देश्य से इनकी खरीद की गई वह पूर्ण नहीं हो रहा। इस वजह से जनप्रतिनिधियों की छवि भी जनता के मध्य धूमिल हो रही है।
डॉ आचार्य ने कहा कि अत्यावश्यकता के कारण खरीद प्रक्रिया एवं उच्च दरों को एकबारगी किनारे भी रख दिया जाए तो भी आमजन की सुरक्षा का मूल उद्देश्य इन मास्क से पूरा नहीं हो पा रहा।
पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ आचार्य ने जिला प्रशासन से घटिया क्वालिटी के मास्क खरीद प्रक्रिया में जनप्रतिनिधियों के विकास निधि की राशि व्यर्थ होने एवं आमजन की सुरक्षा के साथ गंभीर खिलवाड़ होने के प्रकरण की जांच करवाने की मांग की है।