रेलवे सुरक्षा बल के सराहनीय कार्य ‘ऑपरेशन अमानत’ के तहत यात्री का सामान (लेपटॉप) लौटाया
‘ऑपरेशन नन्हे फ़रिश्ते’ के तहत बच्ची को बचाया
बीकानेर। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) रेलवे संपत्ति और यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी 24x 7 निभा रही है। आर.पी.एफ की मुस्तैदी एवं त्वरित कार्यवाही से यात्रियों के छुटे सामान को सकुशल वापस लौटाया गया है साथ ही लावारिस एवं नाबालिग बच्चों को भी सकुशल सुपुर्द किया गया है ।
इसी कड़ी मे 2 जनवरी 2023 की घटना के अंतर्गत हंस नाम के कॉलर ने बताया कि ट्रेन नंबर 12181 मे यात्रा के दौरान वह अपना नीले रंग का लैपटॉप बैग कोच नंबर बी 5 की सीट नं 1 पर छूट गया है जिसकी कीमत लगभग मूल्य: ₹33,000 है। सूचना मिलने पर शिकायतकर्ता से संपर्क किया गया और उसे इस संबंध मे उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया गया।
तत्पश्चात तुरंत कार्यवाही करते हुए फुलेरा स्टेशन पर आरपीएफ के अधिकारियों से संपर्क कर उक्त बर्थ की जांच करने के निर्देश दिए। बर्थ पर लैपटॉप बेग मिल गया जिसमे लेपटॉप भी सुरक्षित था । तत्पश्चात यात्री से संपर्क कर अपनी सुविधा के अनुसार लैपटॉप वाले बैग को वापस प्राप्त करने के लिए कहा गया । इस प्रकार आरपीएफ अधिकारियों द्वारा गाड़ी मे छूटे बैग को उचित प्रक्रिया का पालन करने के बाद वापस संबंधित यात्री को सौंप दिया गया। अपना लेपटॉप पुनः पाकर यात्री ने खुशी व्यक्त की और रेलवे की त्वरित कार्यवाही हेतु धन्यवाद दिया ।
इसी प्रकार 3 जनवरी 2023 की घटना अंतर्गत 5 साल की लापता नाबालिग लड़की को ट्रेन से बरामद किया गया | शिकायतकर्ता साहिल ने रेल मदद के माध्यम से शिकायत की और सूचित किया कि गाड़ी संख्या 14705 देहर का बालाजी इंटरसिटी एक्सप्रेस मे आखरी से तीसरा या चौथा कोच है जिसमे एक 5 साल की बच्ची ट्रेन में छूट गई है उसके साथ एक बैग भी है । इसके अलावा कृष्ण नाम के एक और कॉलर का कॉल आया जिसने बताया कि – ” उनकी बेटी दुसरी ट्रेन मे रह गई है, बेटी का नाम रितिका है।” दोनों शिकायतकर्ताओं का आकलन करने पर रेल सुरक्षा बल द्वारा जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि दोनों शिकायतें एक ही मामले के बारे में थीं।
इसलिए, मामले की गंभीरता को देखते हुए, शिकायतकर्ता से संपर्क कर तस्वीरें/सूचना एकत्र की गई और रेवाड़ी जंक्शन पर संबंधित आरपीएफ अधिकारियों के साथ साझा की गई । रेवाड़ी जंक्शन पर आरपीएफ अधिकारियों को उक्त ट्रेन की तलाशी लेने और नाबालिग लड़की का जल्द से जल्द पता लगाने का निर्देश दिया। रेल सुरक्षा बल द्वारा लगातार मामले की निगरानी की जा रही थी । सूचना और निर्देश मिलने के बाद आरपीएफ रेवाड़ी के अधिकारियों ने ट्रेन की तलाशी ली तो बच्ची ट्रेन मे मिल गई । इसकी जानकारी शिकायतकर्ता को दी गई और बच्ची को चाइल्ड हेल्पलाइन को सौंप दिया गया। इस प्रकार आर पी एफ की त्वरित कार्यवाही से एक नाबालिग लड़की को बरामद कर बचा लिया गया। शिकायतकर्ता ने बच्ची के पुनः सही सलामत मिलने पर खुशी जाहीर की और रेल प्रशासन को धन्यवाद दिया |
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अधीन भारतीय रेल अपने सभी यात्रियों और देश के नागरिकों की सुरक्षा व संरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए रेल सुरक्षा बल 24x 7 हमेशा तत्पर है। यात्रियों से निवेदन है कि सुरक्षा संबंधी किसी भी घटना पर उपस्थित रेलवे अधिकारियों/कर्मचारियों को सूचना दें या हेल्पलाइन नंबर 139 पर तुरंत सूचित करें।