सिरेमिक उत्पादों के अलावा क्ले एवं इलेक्ट्रिक उपकरण की बीकानेर की टेस्टिंग लैब में हो सकेगी जांच
सिरेमिक इलेक्ट्रिक रिसर्च एंड डवलपमेंट सेंटर की लैब संचालन के लिए बैठक आयोजित
बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के साथ होगा एमओयू
बीकानेर, 20 दिसंबर। सिरेमिक इलेक्ट्रिक रिसर्च एण्ड डवलपमेंट सेंटर को लैब संचालन की रूपरेखा निर्धारण के संबंध में मंगलवार को जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई।
जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में स्थित टेस्टिंग लैब में सिरेमिक उत्पादों के अलावा क्ले एवं इलेक्ट्रिक उपकरण की जांच हो सकेगी। इस लैब का संचालन पूर्व में इंजीनियरिंग कॉलेज द्वारा किया जाता था। अब बीटीयू के माध्यम से इसका संचालन हो, इसके मद्देनजर सिरेमिक इलेक्ट्रिक रिसर्च एंड डवलपमेंट सोसायटी और विश्वविद्यालय के मध्य एमओयू किया जाएगा। उन्होंने इसकी तैयारी करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि लेब पुनः संचालित होने से बीकानेर में ही टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी, इससे औद्योगिक प्रतिष्ठानों को राहत मिलेगी। साथ ही विश्वविद्यालय की आय में वृद्धि होगी। सेंटर द्वारा टेस्टिंग लैब संचालन से अनुसंधान करने वाले विद्यार्थियों को लाभ होगा। इस दौरान भारत सरकार की स्पेशल असिस्टेंट स्कीम के तहत सिरेमिक सेंटर के अपग्रेडेशन पर भी चर्चा की गई।
बैठक में कोषाधिकारी सवाई सिंह बारहठ, खनि अभियंता राजेंद्र सिंह बलारा, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता नरेश जोशी, उद्यमी अरुण कुमार अग्रवाल, बीटीयू के विभागाध्यक्ष संजीत कुमार, ईसीबी के राजेंद्र सिंह शेखावत आदि मौजूद रहे।