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चौदह हजार विद्यार्थियों को बताया अच्छे और बुरे स्पर्श में अंतर

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पंचायती राज विभाग सचिव नवीन जैन के नेतृत्व में 14 संस्थानों में चला विशेष अभियान

बीकानेर, 17 दिसंबर। ‘सकारात्मक जीवन, सुरक्षित बचपन, जिम्मेदार युवा और देश का सुनहरा कल’ के सन्देश के साथ प्रदेश के लाखों बच्चों-किशोरों को जागृत करने के बाद बीकानेर में भी स्पर्श अभियान के प्रति उत्साह दिखा।
पंचायती राज विभाग के सचिव नवीन जैन व उनकी 15 सदस्यीय टीम ने जिले के 11 विद्यालयों व 3 बीएड कॉलेजों के लगभग 14 हजार विद्यार्थियों व 500 से अधिक शिक्षकों को अच्छे और बुरे स्पर्श के प्रति जागरूक किया गया। जैन ने किस्से, कहानियों, सत्य घटनाओं और संस्मरणों के साथ व्याख्यान दिया। उन्होंने समझाया कि बदनियति से किया गया स्पर्श, बैड टच की श्रेणी में आता है। इससे हैरानी, क्रोध, दुखी, उदासी या चिड़चिड़ापन जैसी भावनाएं उत्पन्न होती हैं। इससे बच्चों के मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है। ऐसी घटना होने पर तुरंत इसका विरोध करना चाहिए। साथ ही बच्चों को अपने माता-पिता और भरोसेमंद परिजनों से इसकी चर्चा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे कई मामले संबंधियों व परिवेश में रहने वाले व्यक्तियों द्वारा ही किए जा सकते हैं। ऐसे में सतर्क रहते हुए दूसरों को भी जागरूक रखना चाहिए। उन्होंने चाइल्ड लाइन 1098 की उपयोगिता के बारे में बताया।
जैन ने सामाजिक व्यवहार के साथ-साथ इंटरनेट पर सुरक्षित सोशल मीडिया व्यवहार की सीख दी, जिससे बच्चे साइबर बुलिंग के शिकार ना हों।

*14 कार्यशालाओं के 25 सेशन आयोजित*
जिले के विशेष अभियान के तहत शनिवार को 14 जगह हुई कार्यशालाएं आयोजित हुई। टीम द्वारा 25 सेशन लिए गए। इन में बीकानेर, जयपुर, अजमेर, श्रीगंगानगर सहित राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल हुए। यह सेशन बीबीएस, सेठ तोलाराम बाफना स्कूल, जैन स्कूल, केंद्रीय विद्यालय 1,2 और 3, लॉयल पब्लिक स्कूल, फ्लोरिश इंटरनेशनल, राष्ट्रीय उदय कॉलेज, मुरली सिंह यादव कॉलेज आदि संस्थानों में हुए। कार्यक्रम आयोजन में डॉ. पी. एस. वोहरा, जितेंद्र शर्मा, विजय कोचर, विपिन पोपली, कुलदीप यादव का सहयोग रहा। इस अवसर पर जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के, शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल, सहायक अभियंता मनीष पुनिया, एसएल गोदारा व मुकेश आहूजा, डॉ मनुश्री सिंह, डॉ तनुश्री सिंह, डॉ भानु प्रताप सिंह, सोनू राजपुरोहित, आईईसी समन्वयक गोपाल जोशी व मालकोश आचार्य मौजूद रहे।

*क्या है ‘स्पर्श’*
अभियान से जुड़ी चन्द्रप्रभा राजपुरोहित ने बताया कि ‘स्पर्श’ वरिष्ठ आईएएस नवीन जैन की अभिनव पहल है, जिसमें विभिन्न विभागों, संस्थानों के अधिकारी-कार्मिक व अन्य व्यक्ति वालंटियर के रूप में जुड़े हुए हैं। प्रशिक्षकों द्वारा प्रत्येक शनिवार किसी जिले के विद्यालय अथवा महाविद्यालय में बच्चों-किशोरों को सुरक्षित स्पर्श विषय पर प्रशिक्षण दिया जाता है। अगस्त 2019 में शुरू किए गए स्पर्श अभियान के अंतर्गत अब तक पांच हजार से अधिक सत्र आयोजित कर 12 लाख से अधिक बच्चों-किशोरों को गुड टच बैड टच के साथ-साथ किशोरावस्था से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दी गई है।

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