सीरी के वैज्ञानिक डॉ भाऊसाहब अशोक बोत्रे को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार
दिव्यांगों के लिए विकसित की ई-असिस्ट ट्राइक
पिलानी। सीएसआईआर-सीरी के प्रधान वैज्ञानिक डॉ भाऊसाहेब अशोक बोत्रे को दिव्यांग जनों के सशक्तिकरण के लिए किए गए उल्लेखनीय शोध कार्य के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। डॉ बोत्रे को यह पुरस्कार उनके द्वारा विकसित “ई असिस्ट ट्राइक” के विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस 2022 पर नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित भव्य समारोह में महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा भेंट किया गया। डॉ बोत्रे को यह पुरस्कार वर्ष 2022 में “दिव्यांग जनों के सशक्तिकरण के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान नवाचार उत्पाद विकास” श्रेणी में व्यक्तिगत उत्कृष्टता के लिए प्रदान किया गया है। इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार एवं राज्यमंत्री श्री रामदास आठवले तथा श्रीमती प्रतिभा भौमिक भी उपस्थित थे। राष्ट्रपति जी ने इस शोध एवं विकास कार्य के लिए डॉ बोत्रे और टीम सीएसआईआर-सीरी की मुक्त कंठ से सराहना की।
सीएसआईआर-सीरी के निदेशक डॉ पी सी पंचारिया एवं सभी सहकर्मियों ने डॉ बोत्रे को इस विशिष्ट उपलब्धि के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं।
डॉ बोत्रे द्वारा विकसित ई-असिस्ट ट्राइक की विशेषताएं
दिव्यांगजन के लिए तैयार की गई ई- असिस्ट ट्राइसाइकिल 250 वाट, 24 वोल्ट क्षमता वाला उन्नत इलेक्ट्रॉनिक नियंत्रक, व्हील हब बीएलडीसी मोटर, हैंड पैडल, उच्च सटीक ब्रेक सर्किट, सटीक नियंत्रित इलेक्ट्रॉनिक शक्ति और गति शामिल है। इलेक्ट्रॉनिक पावर नियंत्रित मोटर युक्त है और हैंड पैडलिंग उपलब्ध है। अर्थात यह ट्राई साइकिल इलेक्ट्रॉनिक मोटर और मानवीय दोनों रूपों से चलाई जा सकती है। यह सड़कों के अलावा फ्लाईओवर और पहाड़ी क्षेत्रों में भी कार्य करने में सक्षम है। आगे की ओर चलते समय इसकी गति 20 किमी/घंटा और रिवर्स गति 7 किमी/घंटा है।