बीकानेर की दृषा के नेतृत्व में भारत ने जीता कांस्य पदक
बीकानेर। बीकानेर की लाडली दृषा दाधीच ने इंडिया स्कूल टीम का अंतर्राष्ट्रीय वाद विवाद प्रतियोगिता में प्रतिनिधित्व करते हुए कांस्य पदक जीतकर अंतर्राष्ट्रीय फलक पर न केवल देश का ही मान बढ़ाया है अपितु मरूभूमि बीकानेर को भी गौरवान्वित किया है।
बीकानेर के जाने पहचाने वरिष्ठ एनएसथीसियोलॉजिस्ट डॉ. महेश चंद्र दाधीच की पौत्री और श्री विपुल दाधीच की पुत्री दृषा ने पेनिंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित वर्ल्ड स्कूल टूर्नामेंट 2020 में पूरे भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए स्पीकर अवार्ड जीता और दृषा के प्रतिनिधित्व में भारत की टीम तृतीय स्थान हासिल कर कांस्य पदक अर्जित करने में कामयाब हुई।
दृषा के दादाजी डॉ. महेश चंद्र दाधीच ने जानकारी देते हुए बताया की शिव नाडार स्कूल, गुरुग्राम की छात्रा और बीकानेर की मूल निवासी दृषा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित वाद विवाद प्रतियोगिता में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर न केवल विजेता बनकर उभरी बल्कि उसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व भी किया और उसी के नेतृत्व में विश्व श्रेणी के टूर्नामेंट में भारत को तृतीय स्थान के साथ कांस्य पदक प्राप्त हुआ एवं स्वयं दृषा को स्पीकर अवार्ड से नवाजा गया। कोरोना महामारी के कारण इस बार की प्रतियोगिता को ऑनलाइन ही आयोजित किया गया था जो कि पूरे 1 हफ्ते तक चली, जिसका समापन 19 अप्रैल को रात्रि में हुआ तथा 20 अप्रैल को सुबह 6:00 बजे परिणाम घोषित किया गया।
दृषा दाधीच की इस सफलता पर विश्व भर से उनके विद्यालय एवं परिवारजनों को बधाई संदेश मिल रहे हैं और साथ ही वैश्विक फलक पर इस कीर्ति को अर्जित करने के बाद दृषा की सफलता की सराहना भी की जा रही है।
बीकानेर की लाडली ने जहाँ अपने स्कूल के साथ-साथ पूरे देश का प्रतिनिधित्व किया और सफलता अर्जित की वहीं उसने मरूभूमि बीकानेर का भी नाम स्वर्ण अक्षरों में वैश्विक पटल पर अंकित करने का सराहनीय कार्य भी किया है। शहर की नन्हीं प्रतिभा द्वारा यह सफलता अर्जित करने पर आज पूरा बीकानेर दृषा की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए नहीं थक रहा।