आत्मनिर्भर होने के लिए महिलाएं स्वयं को बनाएं दक्ष-रमेशचंद मीना
*एसएचजी महिला सदस्यों के साथ मंत्री ने किया संवाद*
*एसएचजी को 2 करोड़ रुपए का ऋण स्वीकृत, कार्यक्रम में मंत्री ने सौंपें 1 करोड़ के चैक*
बीकानेर, 21 नवंबर। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग मंत्री रमेश चंद मीना ने कहा कि महिलाएं स्वयं को दक्ष बनाएं, अपनी क्षमताओं का विकास करें और अवसरों का अधिकतम उपयोग करते हुए स्वयं को सशक्त बनाएं। राज्य सरकार महिलाओं के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है।
सोमवार को रवींद्र रंगमंच पर राजीविका स्वयं सहायता समूहों की महिला सदस्यों से संवाद करते हुए श्री मीना ने यह बात कही। उन्होंने कहा ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और स्वरोजगार के लिए तैयार करने की दिशा में स्वयं सहायता समूह की अहम भूमिका रही है। राजीविका के माध्यम से सरकार ग्रामीण महिलाओं के उत्थान की दिशा में हर संभव सहयोग कर रही है।
मीना ने कहा कि जिले में प्रत्येक गरीब, वंचित पात्र महिला को राजीविका से लाभ मिले इस दिशा में राज्य सरकार विशेष प्रयास कर रही है। स्वयं सहायता समूह की सदस्यों से सीधा संवाद करते हुए पंचायती राज मंत्री ने कहा कि महिलाएं सोशल ऑडिट, मनरेगा में मेट, पुलिस में सुरक्षा सखी , बैंकिंग संवाददाता के काम से जुड़े। साथ ही जिले की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप नए क्षेत्रों में अपने हुनर का विकास कर आत्मनिर्भर बनें तथा अपने परिवार और अपने गांव के साथ-साथ प्रदेश का विकास करने में सहयोग दें। उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ हुए संवाद से निकले सुझावों को राज्य सरकार स्तर तक पहुंचाया जाएगा। पूर्व मंत्री वीरेंद्र बेनीवाल ने कहा कि सशक्त महिला सशक्त समाज का निर्माण करती है। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को उत्पादन के साथ-साथ विपणन की ट्रेनिंग दी जाए जिससे उनके उत्पाद बाजार की शक्तियों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सके तथा वे अपनी आर्थिक स्थिति को और अधिक मजबूत बना सकें।
डॉ भीमराव अम्बेडकर पीठ के महानिदेशक मदन मेघवाल ने कहा कि तरक्की के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि राजीवका के माध्यम से सशक्तिकरण तभी होगा जब महिलाओं द्वारा उत्पादित किए जा रहे उत्पादों को विपणन के लिए मंच उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस दिशा में गंभीरता से प्रयासरत है। इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं जहां महिला अपने कौशल का विकास कर सकतीं हैं।
राजस्थान भूदान बोर्ड के अध्यक्ष लक्ष्मण कड़वासरा ने कहा कि महिलाएं अब पुरुष के साथ कंधा मिलाकर काम कर रही है। हर क्षेत्र में महिलाओं ने अपना लोहा मनवाया है। राज्य सरकार महिलाओं के सम्बलन के लिए संकल्पित रूप से काम कर रही है।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाएं अपनी सामूहिक शक्ति का प्रयोग कर सशक्त बन रही है। महिलाओं से हुनरमंद बनने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को राज्य सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ दिलवाया जाएगा। राजीविका के स्टेट कार्डिनेटर गजेन्द्र शर्मा ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने बताया कि राजीविका से जिले में 367 ग्राम पंचायतों में 85 हजार महिलाओं को संबल मिल रहा है। सीईओ जिला परिषद नित्या के आभार व्यक्त करते हुए कहा कि एसएचजी के माध्यम से महिला सशक्तीकरण के लिए सरकार के दिशानिर्देशानुसार कार्य किया जाएगा।
कार्यक्रम का संचालन जिला परिषद के आईईसी समन्वयक गोपाल जोशी ने किया।
कार्यक्रम में बेबी कंवर, मोनिका सहारण, ज्योति, बबीता भार्गव ने अपनी बात रखी और अनुभव साझा किए। इससे पूर्व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम प्रारंभ किया गया तथा राजीविका की महिलाओं ने मंत्री और अन्य अतिथियों का पुष्प गुच्छ भेंट कर अभिनंदन किया।इस अवसर पर कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष हजारीराम गेदर, राजाराम झोरड सहित अन्य अधिकारी और बड़ी संख्या में एस एच जी की सदस्य उपस्थित रहीं।
*महिलाओं को वितरित किया 2 करोड़ से अधिक का ऋण*
बीकानेर में 76 समूहों को 2 करोड़ 35 लाख का ऋण स्वीकृत किया गया जिसमें से मंत्री द्वारा संवाद कार्यक्रम में 1 करोड़ चार लाख रुपए का ऋण समूहों की महिलाओं को प्रदान किया।
*प्रदर्शनी आयोजित,मंत्री ने किया अवलोकन*
राजीविका के कार्यक्रम के तहत ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के उत्कृष्ट कार्यों की प्रदर्शनी जिला परिषद आई ई सी ब्यूरो द्वारा भी लगाई गई। जिसमें महात्मा गांधी नरेगा मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना प्रधानमंत्री आवास योजना स्वच्छ भारत मिशन सहित अन्य योजनाओं के तहत हुए कार्यों को प्रदर्शित किया गया।
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