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नेत्रहीन विद्यार्थियों में अद्भुत शक्तियां, जरूरत है इनको निखारने की – भामाशाह के एल मूंधड़ा

बीकानेर । नेत्रहीन विद्यार्थियों में अद्भुत शक्तियाँ होती है बस जरूरत है उनको निखारने की। यह शब्द श्रीमती सी एम मूंधड़ा मेमोरियल चेरिटेबल ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी कन्हैयालाल मूंधड़ा ने राजकीय नेत्रहीन छात्रावासित उच्च माध्यमिक विद्यालय में विजिट के दौरान नेत्रहीन बच्चों को संबोधित करते हुए कहे। मूंधड़ा ने नेत्रहीन बच्चों की प्रतिभाओं को देखते हुए कहा कि जब ईश्वर किसी व्यक्ति को दिव्यांग बनाता है तो उसमें एक ऐसी अद्भुत शक्ति का उदय करता है जो उसको आगे चलकर इतिहास बनाने की और अग्रसर करती है। शाला प्रधानाध्यापक अल्ताफ ने मूंधड़ा को बताया कि इस विद्यालय में छात्राओं के रहने के लिए छात्रावास की कमी है जिससे संभाग की नेत्रहीन छात्राएं यहां नियमित अध्ययन नही कर पाती है एवं बच्चों के खेलने के लिए क्रीड़ा स्थल को सुसज्जित बनाने की आवश्यकता है ।

बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि वर्तमान में शाला में 90 विद्यार्थी अध्ययनरत है जिसमें से 48 बच्चे इसी परिसर में बने छात्रावास में रहते हैं और वर्तमान में भामाशाहों के सहयोग से हर माह सरकारी फंड के अतिरिक्त लगने वाले दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुओं के खर्च की पूर्ती की जाती है। वर्तमान में इस विद्यालय में छात्राओं हेतु छात्रावास की काफी कमी महसूस की जा रही है ताकि दूर दराज से पढ़ाई के लिए आने वाली छात्राओं को अलग से यही विद्यालय परिसर में रखा जा सके इसके लिए श्रीमती सी एम मूंधड़ा ट्रस्ट राज्य सरकार के साथ सहभागी योजना में छात्राओं हेतु छात्रावास बनाने को भी तैयार है।

साथ ही पचीसिया ने बताया कि इस विद्यालय से 75 ऐसे होनहार विद्यार्थी भी निकले हैं जो कि आज अलग अलग स्थानों पर केंद्र व् राज्य सरकार के महकमों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और जिसमें से 6 इसी स्कूल से निकले विद्यार्थी इसी स्कूल में शिक्षक बनकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस मौके पर अहमदाबाद के भंवरलाल झंवर, वीरेंद्र किराड़ू, शिक्षक नवाब अली, नरेंद्र यादव एवं शाला के शिक्षक उपस्थित हुए।

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