सूर्य ग्रहण : यह रहेगा सूतक का समय इन राशि वालों को करने हैं ये उपाय
लक्ष्मी पूजन का यह श्रेष्ठ समय
बीकानेर । कार्तिक कृष्ण अमावस्या मंगलवार 25 अक्टूम्बर 2022 को खंडग्रास सूर्य ग्रहण होगा । यह ग्रहण पूर्वी भारत के कुछ प्रदेशों को छोड़कर लगभग सम्पूर्ण भारत मे खण्डग्रास रूप में दिखाई देगा। इस ग्रहण का सूतक 24 अक्टूबर को रात्रि यानि 25 अक्टूबर भोर में 4 बजकर 30 मिनट से लागू होगा । ज्योतिषाचार्य पंडित गिरवर प्रसाद बिस्सा के अनुसार यह ग्रहण शाम 4 बजकर 30 मिनट से प्रारम्भ होगा मोक्ष 6 बजकर 3 मिनट में होगा ।👇
सूर्य ग्रहण मंगलवार को स्वाति नक्षत्र ओर तुला राशि में घटित हो रहा है ।विशेष रूप से स्वाति नक्षत्र एवं तुला राशिवाले जातकों के लिए ज्यादा अशुभ ओर कष्टदायी होगा ।
ये ग्रहण कर्क ,तुला, वृश्चिक ओर मीन राशि वालो के लिए विशेष अशुभफलदाई है ।
वृषभ,सिंह,धनु ओर मकर राशिवालों के लिए शुभफलदायी है ।👇
जिन राशि वालो के अशुभ फलदायी है उन राशि वालो को ग्रहण के समय👇
- गायों को गुड़ खिलाना चाहिए ।
- ग्रहण के बाद कांसी के बर्तन में सरसों तेल का दान करे।
- दीपावली के दिन पूजा समय से लेकर ग्रहण पूर्ण होने तक घर के आंगन में सरसों तेल का दीपक जरूर करें ।
ये हैं लक्ष्मी पूजन के मुहूर्त ज्योति पर्व आपके जीवन में सुख, समृद्धि ओर उमंग प्रदान करें इसी कामना के साथ सभी मित्रों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं । पं बिस्सा कहते है कि मित्रों, भृमित होने की जरूरत नहीं है प्रदोषव्यापिनी अमावस्या को ही महालक्ष्मी जी के पूजन का विधान शास्त्रोक्त है । सो 24 अक्टूबर को प्रदोषव्यापिनी अमावस्या है इस दिन सात बजकर 15 मिनट से 9 बजकर 10 मिनट तक वृष स्थिर लग्न ओर मध्य रात्रि 1 बजकर 40 मिनट से 3 बजकर 55 मिनट तक सिंह का स्थिर लग्न में महालक्ष्मी जी का पूजन विधि विधान से श्रद्धा पूर्वक करके रिद्धि सिद्धि प्राप्त करे। चूंकि 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण है उसका सूतक 24 की मध्य रात्रि 4 बजकर 30 मिनट को लग जाएगा, पूजन का विसर्जन उससे पहले कर लें |