“प्रकृति सरंक्षण में बच्चे निभा सकते हैं महति भूमिका – रंगास्वामी ई.
वन्य जीव सप्ताह कार्यक्रम
बीकानेर, 08 अक्टूबर। वन्यजीव सप्ताह के अंतर्गत बीकानेर वन मंडल में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।
वन मंडल के उप वन सरंक्षक रंगास्वामी ई. ने बताया कि वन विभाग द्वारा 68 वें वन्य जीव सप्ताह के अंतर्गत किये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के तहत शनिवार को कतरियासर गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में वन विभाग की टीम ने सघन पौधारोपण किया तथा वन्य जीवन के प्रति जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से विद्यालय के बच्चों से संवाद किया।
रंगास्वामी ई. ने बताया कि वन्यजीव सप्ताह का उद्देश्य लोगों को अधिकाधिक प्रकृति से जोड़ना व उनके अंदर संरक्षण की भावना पैदा करना है, जिसमें स्कूली बच्चे अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने बच्चों से प्रकृति सरंक्षण और वन्य जीवों की रक्षा के लिए अधिकाधिक योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि विलुप्त हो रहे वन्यजीवों व पेड़ पौधों की प्रजातियों से प्रकृति का संतुलन बिगड़ा तो मानव जीवन भी खतरे में पड़ जाएगा।
रंगास्वामी ई. ने कहा कि प्रकृति रचना में वृक्ष की महति भूमिका है, इसलिए हमें अधिक से अधिक वृक्षारोपण करते रहना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की पिं्रसिपल अंजू टीना ने कहा कि जीव जंतुओं की तरह पेड़-पौधों में भी प्राण-चेतना मौजूद होती है। उनकी मूक चीत्कार या आशीर्वाद से प्रभावित हुए बिना हम नहीं रह सकते। इसलिए पेड़-पौधों से भी हमें प्रेम का व्यव्हार करना चाहिए।
कार्यक्रम में वन विभाग के सहायक वन सरंक्षक सत्यपाल सिंह ने विभिन्न उदाहरणों द्वारा प्रकृति सरंक्षण की महत्ता पर प्रकाश डाला तथा स्कूल के बच्चों से वन विभाग तथा ग्रामीणों के मध्य एक कड़ी के रूप में कार्य करने का आह्वान किया।
सहायक वन सरंक्षक डॉ पूजा पंचारिया ने वन्यजीवों के सरंक्षण की महत्ता के बारे में बताया। सहायक वन सरंक्षक दीपक सिंह, क्षेत्रीय वन अधिकारी कपिल चौधरी, वनपाल विशन सिंह सहित स्टाफ के अन्य लोग भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। पिं्रसिपल अंजू टीना ने वन विभाग की टीम का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन शिवांगी तिवारी ने किया।
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