क्रिएटिव मेनिया में बच्चों ने दिया बौद्धिकता का परिचय
आचार्य श्री महाश्रमण का विशाल पोट्रेट बनाया
छापर। आचार्य श्री महाश्रमण का विशाल ब्लेक एण्ड व्हाइट पोट्रेट, जिसमें 160 बच्चों की पैंटिंग्स के सार का समावेश,अणुव्रत आचार संहिता के ग्यारह नियम, मैं भी अणुव्रती इसके अलावा जीवन जीने की कला जीवन विज्ञान पर आधारित स्लोगन व नमस्कार महामंत्र भी बच्चो द्वारा लिखा गया वह शामिल था । बच्चों ने चित्रकला के माध्यम से अपनी सोच और भावनाओं को चित्रों के रूप में उकेरा, जो उन्होंने बड़ी मेहनत और लगन से तैयार किए । आचार्य श्री महाश्रमण के चारों ओर बच्चों के स्लोगन बरबस ही हर किसी का ध्यान आकर्षित कर रहे थे। जिसने भी देखा, उसकी सराहना किए बगैर नहीं रह सका। अवसर था रविवार 11 सितंबर को अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी (अणुविभा) के तत्वावधान में किड्स जोन के बच्चों की पैंटिंग ‘क्रिएटिव मेनिया’ के आयोजन का, जहां बच्चों ने अपनी क्रिएटिविटी का प्रदर्शन कर अपनी क्षमता का परिचय दिया।
चमन दुधोड़िया ने बताया कि अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी की ओर से किड्स जोन छापर में आयोजित हो रहा है, जहां माह के प्रत्येक रविवार को आयोजन किया जाता है। जिसका उद्देश्य खेल- खेल में बच्चों में बौद्धिक, शारीरिक एवं भावनात्मक विकास करना है। अणुव्रत विश्व भारती की सदस्य डॉ. नीलम जैन ने बताया कि इस पोट्रेट को बीजेएस रामपुरिया जैन कॉलेज के फाइन आर्ट विषय के विभागाध्यक्ष अनिकेत कच्छावा और बीजेएस रामपुरिया जैन कॉलेज के ही सहायक आचार्य शंकर रॉय ने तैयार किया । इस पोट्रेट का अवलोकन स्वयं आचार्य श्री महाश्रमण ने किया।
उन्होंने बच्चों से सरल सवाल भी पूछे और झूठ नहीं बोलने, बड़ों की आज्ञापालन करने की सीख देकर मोटिवेट भी किया। डॉ. नीलम जैन ने बताया कि क्रिएटिव मेनिया का अवलोकन म.सा., साध्वी प्रमुखा विश्रुत विभा म.सा., साध्वी वर्याश्री म.सा., ने भी किया । यह कार्यक्रम अणुव्रत विश्व भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष संचय जैन के नेतृत्व में और ज्योति के संयोजन एवं गोविंद सारस्वत के सह-संयोजन में हुआ। कार्यक्रम के अंत में बच्चों को अतिथियों ने पुरस्कृत भी किया।