28 दिनों में ही प्रधानाचार्या के हुए ट्रांसफर के विरोध में छात्राओं ने की नारेबाजी
स्थानांतरण रद्द नही हुआ तो सोमवार से की जाएगी विद्यालय पर तालेबाजी
बीकानेर । नापासर कस्बे की एक मात्र राजकीय गीता देवी बागड़ी बालिका माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं, अभिभावकों व स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने गीता देवी बागड़ी स्कूल की प्रधानाचार्या सुमन स्वामी का स्थानांतरण महज 28 दिनों में ही यहाँ से सूरतसिंह पूरा कर दिया गया। इस पर अध्यनरत छात्राओं ने सरकार के सिस्टम के प्रति आक्रोश जताया। छात्राओं ने मांग की है कि प्रधानाचार्य सुमन स्वामी ने अपने 28 दिनों में ही विद्यालय की कायापलट कर दी जो पिछले कई वर्षों से नही हुई। सुमन स्वामी ने विद्यालय में अनुशासन, पढ़ाई , खेल कूद गतिविधियों, सांकृतिक गतिविधियों, बौद्धिक, सामान्य ज्ञान आदि बहुत सी गतिविधियों का पालन कर विद्यालय को आगे की ओर अग्रसर किया। क्या उनका यही दोष है जिसकी वजह से उनका स्थानांतरण हुआ। जबकि इससे पूर्व प्रधानाचार्यों ने अपने राजकीय सेवा की अधिकांश सेवा इसी विद्यालय में रहकर पूरी की। इनको कम से कम दो साल या एक सत्र का समय देते तब पता चलता कि इनमें कमी है या कोई उपलब्धि है। स्वामी का स्थानांतरण करना ही था और दूसरी प्रधानाचार्य को यहाँ लगाना था तो पहले ही स्थायी प्रधानाचार्य लगा देते। यहां विद्यालय की पढ़ाई का वातावरण खराब हो रहा है ।
सरपंच प्रतिनिधि रतीराम तावनिया ने कहा कि शिक्षा विभाग को इस विद्यालय की पूरी जानकारी नहीं है आनन फानन में कर्मचारियों को इधर से उधर कर रहे है। विद्यालय में बहुत से पद रिक्त चल रहे है उनको पूरा करते जो पद भरे हुए है उनके साथ छेड़खानी कर विद्यालय के वातावरण के साथ भामाशाह द्वारा जो विद्यालय के प्रति सपने देखे वह भी पूरे नही हो रहे है। इस विद्यालय में शारीरिक शिक्षक, कनिष्ठ लेखाकार, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जो पहले दो थे जिसमें एक सेवानिवृत्त हो गए एक ने अपना ट्रांसफर करवा लिया अब कोई चतुर्थ कर्मचारी नही है।
यह तो भामाशाह श्रीमती सी एम मूंधड़ा ट्रस्ट है जिन्होंने विद्यालय बनाकर उसकी देखरेख का जिम्मा भी स्वयं कर रहे है उन्होंने साथ में यही भी कहा कि हमे वर्तमान प्रधानाचार्य से कोई शिकायत नहीं है, लेकिन जब सुमन स्वामी ने विद्यालय में नवाचार करते हुए सभी विद्यार्थियों की आईडी भामाशाह के सहयोग से बन रही है , विद्यालय समय 7.30बजे तक सभी विद्यार्थियों को पहुँचने के साथ प्रार्थना में भागीदारी , सामान्य ज्ञान, अभी राजीव ग़ांधी खेलकूद ओलंपिक में पहली बार विद्यालय की छात्राओं ने हिस्सा लिया। यह भी सुमन स्वामी की वजह से है। अगर सुमन स्वामी का स्थानांतरण रद्द नहीं हुआ तो सोमवार को तालाबंदी की जाएगी। हम नही चाहते कि पढ़ाई खराब हो इसलिए हमारी जायज मांग को ध्यान में रखते हुए स्थानांतरण स्थगित कर सुमन स्वामी को प्रधानाचार्य के पद पर लगाएं।