नकली दूध के खिलाफ असली कार्रवाई
*नकली दूध बनाने की शिकायत पर जिला कलक्टर के निर्देशानुसार छत्तरगढ़ में हुई बड़ी कार्रवाई*
*मौके पर मिले ‘वे पाउडर’ के 25 कट्टे, तेल के 34 टिन भी बरामद*
बीकानेर। छत्तरगढ़ के करणीसर बास में नकली दूध बनाकर बेचने की शिकायत पर जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल के निर्देशानुसार औचक कार्रवाई की गई। इस दौरान बड़ी मात्रा में मिलावटी सामग्री बरामद की गई है।
जिला कलक्टर ने बताया कि एक मुखबिर द्वारा छत्तरगढ़ में नकली दूध बनाने की शिकायत की गई। इस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए गुरुवार देर रात ही छत्तरगढ़ के उपखण्ड अधिकारी राजेन्द्र कुमार को कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिसकी अनुपालना में उपखण्ड अधिकारी ने आइएलआर और पटवारी के साथ बीरबल बिस्सू के दो मंजिला आवास पर औचक छापामारी की।
इस दौरान मौके पर कुछ मिक्सर पाए गए। इनके माध्यम से असली दूध का फेट निकालकर इसमें कृत्रिम फेट मिलाने की कार्यवाही की जा रही थी। यह कार्य यहां मौजूद दो लड़कों द्वारा किया जा रहा था। शुद्ध दूध से फेट निकालने की मशीन भी बरामद हुई। इस मशीन से फेट निकालने के बाद इससे क्रीम अलग किया जा रहा था।
देर रात छापामारी के बाद उपखण्ड अधिकारी द्वारा पुलिस थाने के एएसआई अमराराम की मौजूदगी में इस स्थान को सीज कर दिया।
शुक्रवार सुबह बीकानेर से खाद्य सुरक्षा अधिकारी सहित पूरी टीम को मौके पर भेजा गया तथा सीज किए स्थान पर आगे की कार्यवाही की गई। इस दौरान मौके पर पंद्रह-पंद्रह लीटर तेल के 34 टिन तथा 25 कट्टे वे पाउडर जब्त किया गया। दूध के प्लास्टिक के 27 केन भी बरामद हुए। वे पाउडर को मिक्सी में डालकर आर्टिफिशियल फेट बनाया जाता है तथा फेट निकाले हुए ऑरिजनल दूध में यह आर्टिफिशियल फेट डालकर फिर इस दूध को सप्लाई किया जाता है।
जिला कलक्टर ने बताया कि बताया कि शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत की गई इस औचक कार्रवाई के दौरान खाद्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा इस दूध के सेम्पल लिए गए हैं। इनकी जांच करवाने के पश्चात् प्रकरण कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले में मिलावटखोरी के विरूद्ध सतत छापामारी जारी रहेगी। मिलावट पाई जाने की स्थिति में सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।