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बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स की मौजूदगी में आरएसवी के स्टूडेंट्स ने उठाए हथियार और…

बीकानेर । जय नारायण व्यास कॉलोनी स्थित आर एस वी हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रांगण में बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स और आर एस वी के संयुक्त तत्वावधान में शिक्षक दिवस से पूर्व आयोजित विशिष्ट कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के पद को डीआईजी बीएसएफ पुष्पेंद्र सिंह राठौर ने सुशोभित किया। कार्यक्रम में विद्यालय तथा बीएसएफ ने संयुक्त रूप से लोंगेवाला पोस्ट पर भारत पाकिस्तान युद्ध में अपनी वीरता का प्रदर्शन करने वाले लांस नायक भैरों सिंह एवं संसद पर हमले के मास्टरमाइंड गाजी बाबा के एनकाउंटर में शहीद हुए कांस्टेबल बलवीर सिंह की वीरांगना सुशीला कंवर एवं उनके पुत्र को सम्मानित किया।

बीएसएफ के जेज बैंड द्वारा आकर्षक प्रस्तुति विद्यार्थियों के आकर्षण का केंद्र रही। वहीं विद्यार्थियों ने भी अपनी प्रस्तुति से बीएसएफ के जवानों व अधिकारियों का मन मोह लिया। इस अवसर पर बीएसएफ की आर्टिलरी का प्रदर्शन भी आरएसवी स्पोर्ट्स ग्राउंड में किया गया जिसमें विद्यालय के विद्यार्थियों, अध्यापकों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया एवं बीएसएफ जवानों से आधुनिक हथियारों के बारे में जानकारी प्राप्त की। विद्यार्थियों का उत्साह उनके नारों से स्पष्ट था भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारों से अनेकों बार वातावरण गुंजायमान हुआ।

डीआईजी राठौड़ ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को बीएसएफ के बारे में सटीक जानकारी प्रदान की तथा उपस्थित विशिष्ट अतिथियों से भी परिचित करवाया एवं उनकी वीरता का परिचय दिया। सेकंड कमांडेंट आलोक शुक्ला एवं डेप्युटी कमांडेंट दीपेंद्र सिंह ने भी विद्यार्थियों से अपने अनुभव साझा किए तथा समाज में व्याप्त ड्रग्स के अभिशाप से भी रूबरू करवाया। आर एस वी ग्रुप ऑफ स्कूल्स के सीईओ आदित्य स्वामी, निदेशक पार्थ मिश्रा एवं कोऑर्डिनेटर रविंद्र भटनागर ने अतिथियों का माल्यार्पण से स्वागत कर उन्हें स्मृति चिन्ह प्रदान किया। सीईओ आदित्य ने अपने धन्यवाद भाषण में कहां कि बीएसएफ का दूसरा नाम जोश और वीरता है। मिश्रा ने आभार व्यक्त किया एवं कहा कि बीएसएफ के अधिकारियों एवं जवानों ने विद्यार्थियों में एक नई ऊर्जा का संचार किया है। कार्यक्रम की आकर्षक प्रस्तुति का लयबद्ध रुप से संचालन स्वामी आर एन सीनियर सेकेंडरी विद्यालय के प्राचार्य नीरज श्रीवास्तव के निर्देशन में रितु शर्मा ने किया तथा अपनी कविताओं और अभिव्यक्ति के माध्यम से तालियां बटोरी।

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