आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे देश में कांग्रेस से आजाद हुए आजाद
बीकानेर । देश में कुछ राज्यों में सिमटी कांग्रेस में इन दिनों कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। पार्टी में नए अध्यक्ष को लेकर कशमकश चल रही है तो वहीं पार्टी छोड़ने वालों का सिलसिला जारी रहने से कांग्रेस का संकट बढ़ता ही जा रहा है। अब इस संकट को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आज़ाद के कांग्रेस पार्टी से इस्तीफे ने और बढ़ा दिया है। आजाद ने सोनिया गांधी को खत लिखकर बताया कि बड़े खेद और अत्यंत भावुक हृदय के साथ मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अपना आधा शताब्दी पुराना नाता तोड़ने का फैसला किया है। राजनीति के गलियारों में अब इस बात की भी चर्चा चलने लगी है कि क्या कांग्रेस आगामी चुनावों में देशभर में अपना जनाधार पूरी तरह से खो देगी? क्योंकि उसके एक के बाद एक बड़े नेता पार्टी छोड़ने को विवश होते जा रहे हैं। कहीं यह विवशता कांग्रेस को ले डूबेगी? जो भी हो विपक्ष के कमजोर होने से लोकतंत्र पर संकट जरुर आ सकता है।