“नाम, नमक और निशान” भारतीय सेना की पहचान- लेफ्टिनेंट विशाल गौरव
बीकानेर । आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के शुभ अवसर पर आयोजित *अमृत महोत्सव* के अंतर्गत आर एस वी के विद्यार्थियों से आज भारतीय सेना के जवान मुखातिब हुए। कार्यक्रम में आर एस वी के सीनियर सेकेंडरी विंग के कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों ने भाग लिया। अमृत महोत्सव का अर्थ समझाते हुए लेफ्टिनेंट विशाल गौरव ने वृत्त चित्र एवं विभिन्न उदाहरणों के द्वारा विद्यार्थियों को भारत की आजादी की संपूर्ण कहानी से अवगत करवाया।
आजादी के पश्चात भारतीय सेना के शौर्य गाथाओं से भी विद्यार्थियों को रूबरू करवाया गया। पाकिस्तान विभाजन तथा बांग्लादेश का निर्माण, कारगिल का युद्ध विजय एवं चीन से युद्ध के बारे में विस्तार से बच्चों को जानकारी प्रदान की गई। सेना में काम करते समय सैनिकों के रोमांच तथा उनकी वीर गाथाओं से भी बालक बालिकाओं को परिचित करवाया गया। विद्यार्थियों द्वारा सेना से संबंधित पूछे गए विभिन्न प्रश्नों का भी जवाब दिया गया तथा सेना में किस प्रकार से ऑफिसर के पद पर सलेक्शन हो सकता है इसकी जानकारी भी प्रदान की गई।
सैनिक की ही तरह प्रत्येक विद्यार्थी को अनुशासित एवं देश के प्रति समर्पित होना चाहिए इसी संदर्भ में सैनिकों द्वारा ली जाने वाली शपथ नाम, नमक और निशान से भी विद्यार्थियों को परिचित करवाया गया। लेफ्टिनेंट विशाल गौरव को विद्यालय की ओर से नीरज श्रीवास्तव एवं लोकेश शर्मा ने स्मृति चिन्ह प्रदान किया।