मिलावट करने वालों के खिलाफ अब होगी सख्त कार्रवाई
नशीली दवाएं बेची तो…
जिला कलक्टर ने की ‘शुद्ध के लिए युद्ध अभियान’ की समीक्षा
प्रगति पर जताया असंतोष, गति लाने के दिए निर्देश
बीकानेर, 5 जुलाई। ‘शुद्ध के लिए युद्ध अभियान’ के तहत सैंपलिंग की कम प्रगति को जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने गंभीरता से लिया और निर्देश दिए कि आगामी दिनों में इसमें और गति लाई जाए, जिससे अमानक खाद्य सामग्री विक्रय और भंडारण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जा सके।
जिला कलेक्टर ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से 10 जून से अभियान की अब तक की प्रगति जानी और बताया कि इस अवधि में जिले भर में सिर्फ 23 सैंपल ही लिए गए। इन्हें नाकाफी बताते हुए उन्होंने सभी उपखंड अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में अभियान का नेतृत्व करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक अधिकारी अपना सूचना तंत्र मजबूत करे और मिलावटी सामग्री से संबंधित किसी भी सूचना पर त्वरित कार्यवाही हो।
उन्होंने सहायक औषधि नियंत्रक को निर्देश दिए कि बिना रजिस्ट्रेशन दवाइयां बेचने वालों के खिलाफ कार्यवाही हो। अनियमितता पाए जाने पर लंबी अवधि के लिए लाइसेंस निलंबित किए जाएं तथा निलंबित अवधि के दौरान स्टोर बंद रहें, इसकी मॉनिटरिंग भी हो। उन्होंने नशीले पदार्थ बेचने वालों के खिलाफ भी सख्ती अपनाने के निर्देश दिए। इनके विरुद्ध कार्यवाही के लिए बोगस ग्राहक भेजने के लिए निर्देशित किया।
उन्होंने कहा कि मिठाई, मावा और अन्य खाद्य सामग्रियों के अधिक से अधिक सैंपल लिए जाएं। बाट माप अधिनियम के तहत भी कार्यवाही की जाए। इस दौरान उन्होंने प्रत्येक उपखंड में अब तक हुए कार्यवाही की समीक्षा की। बैठक में अतिरिक्त कलेक्टर (नगर) पंकज शर्मा, सीएमएचओ डॉ. बीएल मीणा, सहायक औषधि नियंत्रक सुभाष मुटनेजा मौजूद रहे। वहीं उपखंड मुख्यालयों से उपखंड स्तरीय अधिकारी वीसी से जुड़े।