बीकानेर में सामान्य से 4 डिग्री अधिक रहा तापमान, आषाढ़ के बादलों से जगी राहत की उम्मीद
बीकानेर । बीकानेर में आज दिन भर लू चलती रही। दिन भर 37 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली पश्चिम दक्षिण पश्चिमी गर्म हवाओं के कारण घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है। वहीं घरों में उमस परेशान कर रही है। मौसम विभाग के अनुसार बीकानेर में मंगलवार को अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 4 डिग्री अधिक रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 31. 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है जो सामान्य से 2 डिग्री ज्यादा रहा। वहीं आषाढ़ के बादलों से बारिश की उम्मीद जगने लगी हैं। बीछवाल स्थित मौसम केंद्र के अनुसार आने वाले दिनों में दिन व रात के तापमान मे कमी होने, मध्यम आपेक्षिक आर्द्रता के साथ तेज गति की हवाएँ चलने और घने बादल छाए रहने के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना है। इधर, जयपुर स्थित मौसम विभाग की मानें तो जल्द ही प्रदेश वासियों को मानसून की सौगात मिलने वाली है।


मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट –
मौसम विभाग (IMD) ने 29 जून को प्रदेश में भारी बारिश होने की संभावना जताई है। बुधवार को पूर्वी राजस्थान के अजमेर, जयपुर, कोटा और उदयपुर संभाग में झमाझम हो सकती है। वहीं पश्चिमी राजस्थान में जोधपुर संभाग में कहीं-कहीं पर बारिश होने की संभावना है। वहीं 30 जून और 1 जुलाई को मौसम विभाग ने भारी से अति भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया है।
मौसम पूर्वानुमान
29 जून: मौसम विभाग ने पूर्वी राजस्थान के अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बूंदी, टोंक, भीलवाड़ा, बारां, झालावाड़, चित्तौड़गढ़, दौसा, डूंगरपुर, जयपुर, कोटा, करौली, झुंझुनूं, प्रतापगढ़, सीकर, सिरोही, सवाई माधोपुर, राजसमंद और उदयपुर जिले में हल्की बारिश और अचानक तेज हवाएं चलने की संभावना जताई है। इस दौरान भरतपुर, धौलपुर और करौली जिले में भारी बारिश हो सकती है। वहीं पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, जालौर और पाली जिले में हल्की बारिश और तेज हवा चलने की संभावना है।
30 जून: अजमेर, अलवर, भरतपुर, टोंक, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, दौसा, झुंझुनूं, जयपुर, करौली, प्रतापगढ़, सवाई माधोपुर, सीकर में बारिश होने की संभावना है। इस दौरान बारां, बूंदी, धौलपुर, झालावाड़, कोटा और टोंक जिले में भारी बारिश हो सकती है। सवाई माधोपुर और करौली जिले में भारी से अति भारी वर्षा होने का अलर्ट जारी किया गया है।
1 जुलाई: अलवर, बांसवाड़ा, भरतपुर, भीलवाड़ा, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, झुंझुनूं, करौली, प्रतापगढ़, सीकर, सिरोही और उदयपुर में बारिश होने की संभावना है। इस दौरान अजमेर, भीलवाड़ा, बूंदी और टोंक जिले में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। वहीं पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, बीकानेर, चूरू, जालौर, जोधपुर, जैसलमेर, नागौर और पाली में भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है
बीछवाल केंद्र ने किसानों को दी यह सलाह
जिन क्षेत्रों में पिछले दिनों वर्षा हो गई है, मूँगफली की बुवाई हेतु 10 – 15 टन प्रति हेक्टर की दर से अच्छी तरह से सड़ी हुई गोबर की खाद या कम्पोस्ट को खेत में समान रूप से बिखेर कर खेत में मिलायें।
मानसून की वर्षा का लाभ लेने के लिए मूँगफली की बुवाई की तैयारी रखे। उन्नत बीज, बीज उपचार के लिए रसायन उर्वरक आदि की व्यवस्था करें और अच्छी मात्रा में वर्षा होने पर बुवाई करें।
मूँगफली में बिजाई से पहले 2.5 ग्राम क्लोरोथेलोनिल या 2 ग्राम कार्बेण्डाजीम प्रति किलो की दर से उपचारित करे । जहाँ सफेद ट का प्रकोप हो वहाँ 3 मिली लीटर प्रति किलो की दर से इमिडाक्लोप्रिडकाम में लेवें। इसके बाद राइजोबियम पी एस बी जीवाणु खाद 3 पैकेट / है. की दर से उपचारित करे ।
बुवाई के समय 44 किग्रा यूरिया एवं 200 किग्रा एस एस पी / है की दर से उर्वरक काम में लेवें।
बिजाई के लिए उन्नत बीज जैसे एच एन जी 10, टी जी 37 ए आदि उन्नत किस्मों के बीज की 80 किग्रा / है की दर से बिजाई करें।
बारानी क्षेत्रों में बाजरा कि बुवाई के लिए उन्नत किस्मों यथा एच. एच. बी. 67 ( imp ), आर. एच. बी. 177, आई.सी. एम. एच. 356, आर.एच.बी. 173 आदि का बीज काम में लेवे तथा बुवाई के समय बीज़जनित रोगों की रोकथाम के लिए 3 ग्राम थायराम व दीमक से बचाव के लिए 4 मिली लीटर क्लोरोपायरीफॉस प्रति किलोग्राम बीज़ की दर से उपचारित करने के बाद ही बुवाई करे।
मौसम में परिवर्तन के कारण बाह्य एवं अंतः परजीवियों का प्रकोप हो सकता हैं। अतः पशुचिकित्सककीसलाहसे बाह्य परजीवी जैसे जुएँ, चिचड़े, जोंक आदि से बचाव / रोकथाम के लिए ब्यूटोक्स अथवा टिक्कल नामक दवा 1 मिली प्रति लीटर की दर से पशुओं के शरीर पर प्रयोग करे।