इकोटयूरिज्म विकसित करने के लिए हों समन्वित प्रयास -जिला कलक्टर
बीकानेर, 22 जून। जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अध्यक्षता में बुधवार को जिला पर्यटन विकास स्थायी समिति की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में पर्यटन, नगर विकास न्यास, सार्वजनिक निर्माण , देवस्थान विभाग, स्काउट गाइड,वन विभाग सहित संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर जिला कलक्टर भगवती प्रसाद ने कहा कि जिले में इकोटयूरिज्म की नई साइट्स और सुविधाएं विकसित करने के लिए वन और पर्यटन विभाग समन्वित प्रयास करें।
उन्होंने कहा कि यहां डेजर्ट सफारी सहित अन्य साहसिक पर्यटन के लिए काफी संभावनाएं हैं और कई नए स्थान इस दिशा में विकसित किए जा सकते हैं। इसके लिए विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि गजनेर, रायसर, दरबारी, कोडमदेसर सहित विभिन्न स्थानों पर ध्यान देते हुए माइक्रो प्लानिंग कर इन स्थानों पर पौधारोपण, घाट निर्माण, अतिक्रमण मुक्त आगोर, आकर्षक शेड्स आदि बनाने का कार्य हो।
जिला कलक्टर ने स्काउट कैटडस को सेन्ड आर्ट सिखाने के लिए प्रशिक्षण आयोजित करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि बजट घोषणा के तहत लक्ष्मीनाथ मंदिर और सूरसागर में जो कार्य करवाना निर्धारित किया गया है उनको प्राथमिकता से लेते हुए समयबद्ध रुप से पूरा करवाया जाए। उन्होंने कहा कि सूरसागर में पानी लीकेज रोकने के लिए संबंधित पक्ष को पाबंद करवाया जाए।
बैठक में पर्यटन विभाग के उपनिदेशक भानुप्रताप ढाका ने बताया कि 250 पर्यटन गाइड्स का चयन एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पर्यटन एवं हॉस्पिटेलिटी के क्षेत्रों को औद्योगिक दर्जा प्रदान करने के बाद विभिन्न संस्थाओं से बिजली बिल में छूट आदि के संबंध में जानकारी विभाग द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही है। जिला कलक्टर ने ऊंट उत्सव के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने और अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए।
बैठक में नगर विकास न्यास सचिव नरेन्द्र सिंह पुरोहित, देवस्थान विभाग की सोनिया रंगा, पर्यटन अधिकारी पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।