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एमएसपी से कम भाव पर बिक रहा है चना, 23 लाख टन चने की हुई सरकारी खरीद

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बीकानेर (TID NEWS) । इस साल देश में दाल व दलहन का उत्पादन ठीक रहा है, लेकिन सरकार द्वारा खरीद करने के बाद भी किसानों को अपने शेष बचे चने का सही भाव नहीं मिल रहा है। सरकार ने चने का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 5230 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है। जबकि, वर्तमान में मंडी में चना 4200 से 4400 रुपये प्रति क्विंटल के भाव बिक रहा है। हाल ही में महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश सरकार ने समर्थन मूल्य पर चना खरीदा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में चने का कुल उत्पादन 130 लाख टन हुआ है। वहीं कई कारोबारियों का मानना है कि देश में 85 से 90 लाख टन चने का उत्पादन हुआ है। सरकार ने देश भर में करीब 23 लाख 16 हजार टन चने की खरीद समर्थन मूल्य पर की है। इसके बावजूद किसान बचा हुआ चना 4200 से 4400 के भाव पर बेचने को विवश हो रहा है। यही चना महाराष्ट्र की मंडियों में 4000 से 4200 में बिक रहा है।

नाफेड द्वारा चना खरीदी

राज्य कुल खरीदी गुजरात 558648

महाराष्ट्र (नाफेड) 638744

महाराष्ट्र (एफसीआई) 70756

एमपी 770000

राजस्थान (अनुमानित) 125000

कर्नाटक 73871

आंध्र प्रदेश 69300

उत्तर प्रदेश 10316

कुल चना 2316635 टन

अब मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र में मौसम को देखते हुए चने में डंक लगने की जानकारी सामने आ रही है। इससे फिलहाल बड़ी तेजी की संभावना नहीं है।

कारोबारियों का कहना है कि राजस्थान सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर चने की अधिक से अधिक खरीद करनी चाहिए। खरीद का समय भी एक माह बढ़ाकर जुलाई तक कर देना चाहिए, जिससे किसानों का सरकार के प्रति विश्वास कायम रहे। बीकानेर के प्रमुख दाल कारोबारी एवं ऑल इंडिया दाल मिल एसोसिएशन के विशेष आमंत्रित सदस्य अशोक वासवानी के अनुसार देश में लगभग सभी दलहन समर्थन मूल्य से नीचे चल रहे हैं। ऐसे में केन्द्र सरकार को दलहन उत्पादन को ध्यान में रखते हुए तत्काल प्रभाव से दाल व दलहन का निर्यात बढ़ाना चाहिए। साथ ही निर्यात को तब तक चालू रखना चाहिए जब तक चने व दलहन के भाव समर्थन मूल्य से 20 प्रतिशत अधिक न हो जाए।

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