बर्दाश्त नहीं है गोचर भूमि पर अतिक्रमण, गायों की भूमि सिर्फ और सिर्फ गायों के लिए रहेगी
बीकानेर
। बीकानेर गोशाला संघ की
आज हुई बैठक में संघ के सचिव बलदेव
भादानी ने बताया कि बीकानेर नगर विकास न्यास द्वारा सुजानदेसर की गोचर को खुर्द बुर्द करके वहां पर मन मर्जी से ग्रीन फॉरेस्ट डवलप करने का प्लान बना रहा है, जो कि गो संरक्षण, गौ संवर्धन के लिए छोड़ी गई गोचर भूमि का अतिक्रमण है। इस अवसर पर भीनासर गोचर के अध्यक्ष कैलाश चंद्र सोलंकी ने कहां
कि प्रशासन ग्रीनफॉरेस्ट के नाम पर जमीन को हड़पना चाहता है, प्रशासन के इस कार्य का गौ सेवा करने वाले बीकानेर के नागरिक क
ड़ा विरोध करेंगे। हम किसी भी कीमत पर गोचर की किस्म को चेंज नहीं करने देंगे।
बैठक में गोचर विकास के पुरोधा निर्मल बरडिया ने कहा कि किसने मांग
की है सिटी फॉरेस्ट की
। जो डवलप करके जनता को लाभ पहुंचाएंगे, जबकि गोचर वास्तव में ग्रीनफॉरेस्ट ही है
। यदि नगर विकास न्यास को फॉरेस्ट डवलप करना है तो, वर्तमान गोचर को ही
विकसित करके उसे गौ संरक्षण के लिए आरक्षित करें, परंतु प्रशासन की मंशा गोचर को हड़पने की है
। इसे गो भक्त बर्दाश्त नहीं करेंगे।
भीनासर गोचर के उपाध्यक्ष शिव गहलोत (वकिल साहब) ने कहा कि इस विषय को लेकर1
जून बुधवार को प्रात:11.30 बजे जिला कलेक्टर कार्यालय
के सामने प्रदर्शन किया जाएगा। बीकानेर गोशाला संघ के सूरजमालसिंह नीमराना ने कहा कि संघ का प्रयास बीकानेर क्षेत्र की समस्त गोचर भूमि के लिए एक संयुक्त संघर्ष समिति बनाने का रहे
गा। यह संघर्ष समिति देवी सिंह भाटी के संरक्षण में बनेगी और सभी गोचर संचालित करने वाली समितियों के मुखिया इसके सदस्य होंगे। सोमवार को इसका विस्तार से गठन किया जाएगा
।
सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद आगामी रणनीति की लिए बैठक का भी आयोजन रखा गया है। आज की बैठक में सुजानदेसर, गंगाशहर गोचर के अध्यक्ष बंसीलाल जी तंवर, कार्यकारी अध्यक्ष मूलचंद श्यामसुखा, सरेनाथानिया गोचर के ट्रस्टी मनोज कुमार सेवग, पार्षद अनूप गहलोत, एडवोकेट विनोद कुमार सियाग, रणवीर सिंह रावतसर, एडवोकेट सुनील अचार्य, एडवोकेट जलज सिंह,
सरे
ह नाथानिया गोचर के सूरज प्रकाश राव, उमाशंकर सोलंकी, दीपक कुमार, चांदवीरसिंह, हरीश गहलोत आदि ने भाग लिया बैठक की अध्यक्षता निर्मल कुमार बरडिया
ने की।