मां ही होती है बच्चे की प्रथम गुरु- डॉ कल्ला
बीकानेर। मुरलीधर व्यास नगर स्थित जीबीएसएन इंग्लिश स्कूल में रंगारंग वार्षिक उत्सव का आयोजन किया गया। शाला प्रवक्ता राजकुमारी पुरोहित ने बताया कि कार्यक्रम के लिए सम्पूर्ण विधालय परिसर को रंगबिरंगी रोशनियों से सजाया गया। कार्यक्रम के अतिथियों में शिक्षा मंत्री राजस्थान सरकार डा बी डी कल्ला मुख्य अतिथि थे।

कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर अरूण प्रकाश शर्मा, बीकानेर आरटीओ नेमीचंद पारीक और उद्योगपति राजेश चूरा थे। मंत्री बी डी कल्ला ने अपने उदबोधन मे मातृशक्ति की महिमा बताते हुए कहा कि मां ही अपने बच्चे की प्रथम गुरु होती है। बच्चों को मातृभक्त होने के साथ गुरु भक्त भी होना जरूरी है ताकि उसे समाज में शिक्षा के साथ-साथ एक नई पहचान में मिल सके।
आरटीओ अधिकारी नेमीचंद पारीक ने कहा कि गुरु का होना मनुष्य के जीवन में बहुत उपयोगी है। गुरु ही नई दिशा प्रदान करता है कि आगे भविष्य में हमें क्या करना हे और क्या नहीं करना। उन्होंने गुरु के प्रति श्रद्धा और भक्ति भाव रखने का मंत्र सभी को दिया। उद्योगपति राजेश चूरा ने कहा कि जीवन में पढ़ाई , संगीत के साथ खेल में भी आगे बढ़ना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान डॉक्टर बी डी कल्ला ने बच्चों को पारितोषिक देकर सम्मानित किया।
शाला अध्यक्ष केशव प्रसाद बिस्सा और शाला सचिव संतोष कुमार रंगा द्वारा सभी अतिथियों को शाला की तरफ से स्मृति चिन्ह् प्रदान किया गए। कार्यक्रम का संचालन राकेश बिस्सा और संगीता दम्माणी ने किया। कार्यक्रम के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी सुरेन्द्र सिंह भाटी, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा, गोपी किशन शर्मा विकास व्यास सहित बच्चों के माता पिता उपस्थित थे।