विद्यार्थियों ने देखी प्लाज़्मा व सूक्ष्मतरंग नलिका प्रयोगशाला
पिलानी, 7 अप्रैल। अपने सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वहन करते हुए देशभर में फैली सीएसआईआर की राष्ट्रीय अनुसंधान प्रयोगशालाएँ जिज्ञासा कार्यक्रम के अंतर्गत स्कूली विद्यार्थियों को शोध प्रयोगशालाओं को देखने व समझने का अवसर देने के साथ-साथ वैज्ञानिकों से संवाद का अवसर भी प्रदान करती हैं। वर्ष 2017 में आरंभ किए गए इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम का उद्देश्य स्कूली छात्र-छात्राओं में वैज्ञानिक सोच विकसित करना और उन्हें भारतीय वैज्ञानिकों से परिचित कराना भी है। इसी कार्यक्रम के अंतर्गत पिलानी स्थित बिरला शिशु विहार के 150 विद्यार्थियों ने 6 बैचों में सीएसआईआर – केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान का शैक्षणिक भ्रमण किया।
इस शैक्षणिक भ्रमण एवं संपर्क कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को सीएसआईआर के गठन के उद्देश्यों से अवगत कराया गया। उन्हें सीएसआईआर-सीरी की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, उपलब्धियों एवं शोध गतिविधियों का परिचय देने के उद्देश्य से तैयार की गई डॉक्युमेन्ट्री फिल्म दिखाई गई। इसके बाद उन्हें संस्थान की प्लाज़्मा प्रयोगशाला के साथ-साथ सूक्ष्मतरंग नलिका प्रयोगशाला की शोध सुविधाओं का भ्रमण कराया गया और संस्थान द्वारा विकसित विभिन्न सूक्ष्मतरंग युक्तियों के उपयोग एवं महत्व की जानकारी दी गई। छात्र-छात्राओं ने संस्थान के विज्ञान संग्रहालय का भी भ्रमण किया जहाँ संस्थान के वैज्ञानिकों ने उन्हें सेमिकंडक्टर, माइक्रोवेव और इलेक्ट्रॉनिक प्रणालियों के वैज्ञानिक पोस्टरों और इन शोध क्षेत्रों से संबंधित संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित शोध उत्पादों के मॉडलों की जानकारी दी।
छात्र-छात्राओं ने संस्थान की शोध गतिविधियों में रुचि दर्शाते हुए वैज्ञानिकों से प्रश्न पूछ कर अपनी जिज्ञासा शांत की। विद्यार्थियों एवं उनके साथ उपस्थित अध्यापकों ने यह अवसर उपलब्ध कराने के लिए विद्यालय प्रधानाचार्य श्री पवन वशिष्ठ की ओर से संस्थान के निदेशक डॉ पी सी पंचारिया के प्रति आभार व्यक्त किया।