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एक छात्र के जीवन में कहानियाँ किस तरह से सहायता करती है

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डुंगर कॉलेज के अंग्रेज़ी विभाग द्वारा शुरू हुई ‘नैरटिव्ज़: नैरेटिंग लाइव्ज़’ पर चार दिवसीय कार्यशाला

बीकानेर 6 अप्रेल। राजकीय डूंगर कॉलेज, बीकानेर के अंग्रेज़ी विभाग द्वारा चार दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम की संयोजक डॉ सोनू शिवा एवं विभागाध्यक्ष डॉ उषा कंवर द्वारा कार्यक्रम के अध्यक्ष प्राचार्य डॉ जे पी सिंह का स्वागत किया गया। कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में डॉ अविनाश जोधा ने कार्यशाला की रूपरेखा के बारे में विस्तार से चर्चा की एवं आगे आने वाले दिनो में कार्यशाला के लक्ष्य एवं उद्देश्य के बारे में छात्रों को अवगत करया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ जे पी सिंह द्वारा की गयी। उन्होंने अपने उद्बोधन में छात्रों को कहानी से जीवन में होने वाले परिवर्तनों के बारे में बताया और इसके साथ साथ एक छात्र के जीवन में कहानियाँ किस तरह से सहायता करती है इस पर भी प्रकाश डाला। प्राचार्य ने छात्रों को इस तरह की कार्यशाला में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया।

कार्यशाला के प्रथम दिवस पर डॉ मनीष महर्षि ने कहानी लेखन के विभिन्न पहलुओं पर छात्रों से चर्चा की एवं कहानी सरंचना में आने वाली व्यावहारिक परेशानियों के बारे में छात्रों को अवगत कराया। कार्यक्रम का मंच संचालन श्री सम्पत भादु द्वारा किया गया। कार्यशाला में विभिन्न संकायों के छात्रों ने भाग लिया।

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