बालिकाओं ने उत्साह से उकेरी गणगौर की रंगोली
बीकानेर । होली के बाद घर घर में गणगौर के गीत गुंजने लगते हैं। कन्याएं गणगौर यानि गवर ईश्वर व भाईये (गवर पुत्र) को लेकर सारे जतन करती है। आज गवर तीज के उपलक्ष्य में डागा की पिरोल बड़ा बाज़ार में एक घर की छत पर बालिकाएं व युवतियां उत्साह के साथ एकत्रित हुईं। सुबह-सुबह छत पर जबरदस्त चहल-पहल थी। प्रातः 4:00 बजे गणगौर पूजा से शाम 4:00 बजे तक रंगोली बनाने का कार्यक्रम चलता रहा। सब ने एक से बढ़कर एक सुंदर और आकर्षक रंगोली बनाई। रंगोली में डिजाइन और कलर काॅम्बिनेशन बेहद ही लाजवाब था। फाइनल रंगोली देखने के बाद कह सकते हैं कि बालिकाओं ने पूरे मनोयोग के साथ समर्पण भाव से रंगोली बनाईं। इस आयोजन को लेकर जोश इस कदर हिलौरे लेने लगता है कि अगले आयोजन का अभी से इंतज़ार होने लगता है। बहनों सहेलियों के साथ गीत संगीत व हंसी ठिठोली के बीच कब समय निकल जाता है पता ही नहीं चलता।
इन्होंने बनाई रंगोली और की पूजा हर्षिता (पोनू), टीना ज्योति, काजल, अंकिता, शालू, चेतना, खुशी, कविता, मुस्कान, नैना, सारिका और सिद्ध सभी बालिकाओं ने रंगोली के जरिए अपने हुनर को उकेरा व गवर की पूजा की।