‘एंप्लोई ऑफ द मंथ’ के रूप में सम्मानित होगा सर्वश्रेष्ठ सफाई कर्मी, ढिलाई बरतने पर होगी कार्रवाई
*जिला कलेक्टर ने की सफाई सहित अन्य बिंदुओं की समीक्षा*
बीकानेर, 22 मार्च। जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अध्यक्षता में शहरी क्षेत्र की सफाई व्यवस्था सहित विभिन्न बिंदुओं की समीक्षा बैठक मंगलवार को आयोजित हुई। इस दौरान जिला कलेक्टर ने कहा कि नगर निगम आयुक्त तथा उपायुक्त द्वारा प्रातः तथा सायं कालीन सफाई पारियों व्यवस्था का औचक निरीक्षण किया जाए। आयुक्त सप्ताह में एक बार और उपायुक्त दो बार प्रातः छह बजे इसकी मॉनिटरिंग करें। प्रत्येक कर्मचारी निर्धारित स्थान तथा समय तक मौजूद रहे और सफाई व्यवस्था प्रभावी हो। ऐसा नहीं होने पर संबंधित कार्मिक के विरुद्ध कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले सफाई कर्मी को ‘ एंप्लोई ऑफ द मंथ’ के रूप में सम्मानित किया जाए। इसी प्रकार शत प्रतिशत डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने वाले तथा साफ-सुथरे वार्डों की मोहल्ला एवं वार्ड विकास समितियों का भी सम्मान किया जाए। ऐसे वार्डों को नजीर के रूप में रखा जाए। उन्होंने कहा कि घर से बाहर सड़क पर कचरा फैलने फेंकने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो। अभय कमांड सेंटर और ड्रोन कैमरे के माध्यम से सफाई व्यवस्था पर नजर रखी जाए।
जिला कलेक्टर ने कहा कि सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग के लिए नियुक्त अधिकारियों के फीडबैक पर उसी दिन कार्यवाही हो। इसमें किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाए। इन मॉनिटरिंग अधिकारियों को उनके क्षेत्र में नियुक्त सफाई कर्मी, जमादार और स्वच्छता निरीक्षक के मोबाइल नंबर एवं नाम की सूची उपलब्ध करवाई जाए। मॉनिटरिंग अधिकारी, यह मॉनिटर करें कि निर्धारित शिफ्ट में सफाई कर्मी कार्य कर रहे हैं अथवा नहीं।
उन्होंने नगर निगम आयुक्त द्वारा प्रभावी पर्यवेक्षण नहीं करने और पूर्व में दिए निर्देशों की आशाजनक कार्यवाही नहीं होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि दुकानदारों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों द्वारा सड़क पर कचरा फेंके जाने की स्थिति में प्रभावी कार्यवाही हो। आवारा पशुओं की धरपकड़ करने के साथ संपत्ति विरूपण अधिनियम के तहत कार्यवाही के निर्देश भी उन्होंने दिए तथा कहा कि पुरातत्व महत्व, पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण तथा अन्य प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर लगाए गए पोस्टर बैनर और होर्डिंग को तत्काल हटाते हुए, इस प्रक्रिया पर हुआ व्यय संबंधित व्यक्ति अथवा फर्म से वसूला जाए।
उन्होंने विद्युत तारों और पेयजल पाइप लाइन से संबंधित शिकायतों की प्राथमिकता से निस्तारित करने के निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा, नगर विकास न्यास सचिव नरेंद्र सिंह पुरोहित, उप निदेशक (स्थानीय निकाय) अलका विश्नोई, नगर निगम आयुक्त पंकज शर्मा, उपायुक्त सुमन शर्मा सहित सभी मॉनिटरिंग अधिकारी मौजूद रहे।