इस बार अव्वल आने वाले दूल्हों का बारहगुवाड़ चौक में नहीं यहां होगा सम्मान
– शीरे पावणा बींद राजा का खिताब व श्रीनाथ यात्रा देगा रमक झमक
बीकानेर। इस बार भी पौरणिक गणवेश वाले दूल्हों का रमक झमक सम्मान करेगा व प्रथम 2 को ‘सिरै पावणा बींद राजा’ खिताब’ से नवाजा जाएगा। रमक झमक के वरिष्ठ संरक्षक रतना महाराज ने बताया कि किसी गमी के कारण रमक झमक का स्टेज कार्यक्रम मुख्य चौक में नहीं किया जाकर, सिर्फ रमक झमक सावा कार्यालय के आगे शाम ठीक 4 बजे विष्णु गणवेश में निकलने वाले प्रथम दो दूल्हों को ‘सिरै पावणा बींद राजा’ खिताब से नवाजा जाएगा तथा दूल्हे को सपत्नीक श्रीनाथजी यात्रा का टिकट दिया जायेगा। उन्हें 15 दिन में यात्रा करनी होगी।
सावा समिति सदस्यों व पंडितों का सम्मान
रमक झमक संस्थान की ओर से आज मंच पर वर्षो से पुष्करणा सावा तय करने वाली संस्था से जुड़े व वर्तमान अध्यक्ष मक्खन लाल व्यास,संयोजक नारायण व्यास, श्री बल्लभ व्यास, कानू लाल,मांगी लाल व्यास, बृजेश्वरलाल व्यास व सावा मुहूर्त शोधन में योगदान देने के लिये पण्डित अशोक ओझा,प. राजेन्द्र किराड़ू, पँचागकर्ता अशोक ओझा उर्फ राजा, धर्मसागर ओझा, राज ज्योतिषी परिवार के वर्तमान प्रतिनिधि भाया आचार्य, एडवोकेट ओम भादाणी, अविनाश आचार्य, आशीष भादाणी व भैरुछंगाणी को शाल, श्रीफल व सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया। इससे पहले रमक झमक की ओर से प्रहलाद ओझा ‘भैरु’ ने स्वागत भाषण दिया और राधे ओझा ने आभार जताया।