स्वर्ण जयन्ति: वर्ष 1973 में पुष्करणा सावे में विवाह करने वाले दम्पति का होगा सम्मान
विष्णुरूपी दूल्हों को प्रशस्ति पत्र देगा रमक झमक
विष्णु गणवेश में विवाह करने वाले देशी विदेशी पुष्करणा बंधु भी भेज सकते हैं फोटो
बीकानेर। रमक झमक संस्था की एक बैठक अध्यक्ष प्रहलाद ओझा ‘भैरु’ की अध्यक्षता में हुई। बैठक में भरत पुरोहित,गोपाल पुरोहित,गोपाल आचार्य, प्रेम छंगाणी,शिव छंगाणी,राधे ओझा,पवन व्यास,सुशील किराड़ू शामिल हुए। बैठक में तय हुआ कि बिना तामझाम, बिना सूट बूट, बिना घोड़ी व बिना बैंड बाजा के पौराणिक परम्परा का निर्वहन करते हुए खिड़किया पाग, पीताम्बर,लौकार की छांव में नंगे पांव विष्णु गणवेश में शादी करने वालों को रमक झमक प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करेगा। साथ ही जिन दम्पति ने सावा 1973 में शादी की तथा वे शादी के स्वर्ण जयन्ति वर्ष में प्रवेश कर रहे है उनका रमक झमक की ओर से रमक झमक मंच पर अभिनन्दन किया जाएगा।
रमक झमक के राधे ओझा’ ने बताया कि आज दिनांक तक जिन ब्राह्मण बन्धुओं ने चाहे वो किसी भी राज्य या शहर में हो या देश विदेश के किसी कोने में हो,अगर उन्होंने अपनी पौराणिक परम्परा का पालन करते हुए विष्णु गणवेश में शादी की है वे अपनी शादी की विष्णु गणवेश की फोटो सहित जानकारी रमक झमक को भेजे। उनको रमक झमक की ओर से समाज के प्रतिष्ठित लोगों के हस्ताक्षर युक्त डिजिटल प्रशस्ति पत्र सावे पर दिए जाएंगे। इससे उनका सम्मान बढ़ेगा और अन्य युवा प्रेरित हो सकेंगे।
बैठक में तय यह भी तय हुआ कि जिन दम्पति की शादी पुष्करणा सावा 1973 में हुई है वो विवाह के स्वर्ण जयन्ति वर्ष में प्रवेश कर रहे है उनको रमक झमक मंच पर बुलाकर उनका समाज व शहर के प्रतिष्ठित लोगों के बीच अभिनन्दन किया जाएगा और उनके संस्मरण मंच पर साझा कर लोगों को सावा संस्कृति को बढ़ाने के लिये प्रेरित किया जाएगा।
ओझा ने बताया कि इसके लिये वॉट्सप नम्बर 8003379670 व 9460502573 पर फोटो व विवरण भेजनी होगी। राधे ओझा ने बताया जो बुजुर्ग दम्पति दूसरे शहर में होने या अस्वस्थ्य होने के कारण रमक झमक मंच पर आने में असमर्थ होंगे उनका अभिनन्दन रमक झमक के प्रतिनिधि उनका सम्मान उनके घर जाकर करेंगे ।