नालन्दा पब्लिक सी.सै. स्कूल के प्राचार्य राजेश रंगा का जिला प्रशासन ने किया सम्मान
बीकानेर 27 जनवरी। समाज, शहरवासियों तथा शहर के शिक्षा जगत के सिरमोर ने आज गौरव महसूस किया, जब 73वें गणतंत्र दिवस के समारोह में बीकानेर जिला प्रशासन द्वारा राजेश रंगा का अभिनन्दन किया गया। यह सम्मान राजस्थान सरकार के शिक्षा एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बुलाकीदास कल्ला, संभागीय आयुक्त नीरज के पवन, जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल एवं अन्य अधिकारीयों ने रविन्द्र रंगमंच पर आयोजित गरिमामय समारोह में प्रदान किया।
रंगा ने कहा कि यह सम्मान मेरे आदर्श विवेकानन्द व पूज्य पिता लक्ष्मीनारायण रंगा व मेरी शाला के बच्चों व उनके अभिभावकों को समर्पित जिन्होंने मुझ पर व मेरी शाला पर भरोसा कर बच्चों को सांस्कृतिक रूप से गोद दिया।
शिक्षाविद् सोहनलाल जोशी ने बताया कि राजेश रंगा का सम्मान हम सभी बीकानेर वासियों की निजी शिक्षण संस्थान के संस्थापकों का सम्मान है। आभार जिला प्रशासन का जिन्हेांने निजी शिक्षण संस्थानों के कार्यों को सराहा।
राजस्थानी युवक परिषद् मुम्बई के पूर्व अध्यक्ष अरविन्द पुरोहित ने कहा कि राजेश रंगा द्वारा दी गई शिक्षा से छात्र/छात्राएं कई बडे़ पदों पर न सिर्फ बीकानेर में वरन् राजस्थान से बाहर भी उच्च पदों पर आसीन है।
इस शाला को मेरिट वाली स्कूल कहकर बीकानेर का नाम रोशन करने वाले प्राचार्य राजेश रंगा ने पहचान बनाई।
शाला प्राचार्य राजेश रंगा ने बताया कि उनके पिताजी लक्ष्मीनारायण रंगा द्वारा स्थापित यह स्कूल 15 बच्चों से शुरू हुई थी। जो पिताजी के मार्गदर्शन में आज सीनियर सैकेण्डरी स्कूल तक है। यह शाला बच्चों को ही भविष्य मानकर चलती है। बच्चों को हम न सिर्फ किताबी ज्ञान देते है वरन् उन्हें संस्कारवान् भी बनाते है।
नाल्दा स्कूल के प्राचार्य राजेश रंगा को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित करने पर जयपुर से पवन कल्ला, अनव्वर उस्ता, हरीश बी शर्मा, कमल रंगा, डॉ नमामी शंकर आचार्य, बृजगोपल पुरोहित, पुनीत रंगा, जतनलाल दुगड़, मनमोहन व्यास, मुकेश शर्मा, नवनीत गोपाल पुरोहित, दिनेश व्यास, अशोक शर्मा, हरिनारायण आचार्य, कासिम बीकानेरी, संजय पुरोहित, गिरधरगोपाल किराडू, तरवीन्द्र सिंह कपूर, भंवर ओझा, रामसहाय हर्ष, गोविन्द रामावत, हर्षवर्द्धन हर्ष, विक्रम सिंह, भंवर पुरेाहित, साबीर खां आदि ने जिला प्रशासन को व राजेश रंगा को तहेदिल से सोशल मीडिया एवं दुरभाष से बधाई प्रेषित कर प्रसन्नता व्यक्त की। बता दें कि नालन्दा पब्लिक सी. सै. स्कूल विगत 31 वर्षों से बीकानेर शहर के आन्तरिक हिस्से में बालक ही भविष्य है को संवाहक के रूप में मानकर बच्चों के सर्वांगीण विकास के साथ-साथ शिक्षा एवं संस्कृति से भी रूबरू कराती है तथा साथ ही कोविड जैसी विषम परिस्थितयों में भी जब पूरी स्कूलें बंद थी उस समय में स्कूल की करूणा क्लब की इकाई के द्वारा रक्तदान शिविर लगाकर 80 यूनिट रक्तदान कर पी. बी. एम अस्पताल के मरीजों के लिए रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित कराई। नालन्दा पब्लिक सी. सै. स्कूल हमेशा से ही छात्रों को कुछ अलग करने की अलख जागृत करती रहती है। शाला नवाचार में पेड़-पौधों के साथ-साथ प्लास्टिक उन्मूलन अन्न बचाओं (इतना डालो थाली में) विशेष रूप से शहर में होने वाली अनेकों शादियों में व पुष्करणा सावे में अन्न का अपव्यय होने से रोकने के लिए छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करती रहती है।