… तो अन्य राज्यों में चला जाता है बीकानेर को मिलने वाला निवेश
बीकानेर संभाग के हित के लिए हो संभागीय आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी का गठन: पचीसिया


बीकानेर। बीकानेर के प्रवासी भामाशाह अपनी जन्मभूमि बीकानेर संभाग में अनेक हितकारी कार्य करवाने के लिए मानस बनाते रहते हैं, लेकिन विभागीय उदासीनताओं के चलते भामाशाहों को जनहित के कार्यों से अपने कदम वापस खींचने पड़ जाते हैं और उनका मानस बदल जाता है। इस प्रकार बीकानेर को मिलने वाली बड़ी सौगातों से संभाग वंचित रह जाता है और बीकानेर को मिलने वाला निवेश अन्य राज्यों में चला जाता है। यह बात बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया और संभागीय आयुक्त नीरज के पवन के बीच हुई वार्ता के दौरान सामने आई। पचीसिया ने संभाग में भामाशाहों द्वारा किए जाने वाले कार्यों के लिए विभागीय स्वीकृतियां जल्द जारी करवाने तथा आ रही विभागीय अड़चनों के जल्द निपटान को लेकर संभागीय आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी बनाने को लेकर उनसे चर्चा की।
पचीसिया ने बताया कि बीकानेर संभाग के हित में भामाशाहों द्वारा किए जाने वाले कार्यों को विभागीय उदासीनता के चलते मानस परिवर्तन से बचाने के लिए संभागीय आयुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया जाना चाहिए जिसमें आवश्यक विभाग के अधिकारियों को प्रोजेक्ट में आ रही बाधाओं को तुरंत दूर करने के निर्देश प्रदान किए जा सके। पचीसिया ने बताया कि बीकानेर के ही भामाशाह द्वारा कक्षा 6 से 12 तक के जरूरतमंद बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने हेतु नवोदय की तर्ज पर स्कूल एवं होस्टल बनवाना प्रस्तावित है, लेकिन विभागीय उदासीनता के चलते खुद भामाशाह की भूमि जिसकी प्रकृति औद्योगिक है और उसका भू उपयोग परिवर्तन संस्थानिक करना है जो कि पिछले कई माह से नहीं हो पाया है।
इस पर संभागीय आयुक्त ने शीघ्र ही कमेटी बनाने और बीकानेर संभाग के हित में होने वाले निवेश को अन्य राज्यों में जाने से रोकने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर शैलेन्द्र सिंह व मनीष तापड़िया उपस्थित हुए ।