इतिहास उन्हीं पर लिखा जाता है जो कुछ कर गुजरते है- स्वामी हिमालय गिरि महाराज
भाटी के समर्थन में पहुंच रहे देश भर के साधु – संत
बीकानेर। राजस्थान सरकार के गोचर , ओरण व चारागाह की भूमि पर पुराने कब्जों को नियमित कर पट्टे देने के निर्णय के खिलाफ पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी का बेमियादी धरना रविवार को भी जारी रहा। धरना स्थल पर देशभर से साधु – संतों व जनप्रतिनिधियों का भाटी को समर्थन देने का सिलसिला जारी रहा। धरना स्थल पर दिनभर भजन कीर्तन व अन्य धार्मिक गतिविधियां चल रही है । धरना स्थल पर भी मुरली मनोहर धोरा के आये साधु – संतो व धर्मप्रेमियों ने श्रीमद् भागवत गीता के 18 अध्याय का पाठ किया गया । इस अवसर गोप्रेमी देव किशन चाण्डक ने धार्मिक दुपटे पहना कर आये संत – महात्माओं का अभिनन्दन किया । भाटी के प्रवक्ता सुनील बांठिया ने बताया कि कामाख्या असम से दशनामी जूना अखाड़ा के हिमालय गिरि महाराज धरना स्थल आकर भाटी को इस पुनीत कार्य के लिए अपना आशीर्वाद दिया । इस अवसर पर महाराज ने कहा भगवान राम कृष्ण का हृदय है । यहां जो गाय गोचर के लिए लड़ते है उनकी सफलता निश्चित है । हिमालय गिरि ने कहा गाय में 33 कोटी देवी – देवताओं का निवास है पूर्व मंत्री भाटी आज अपने आन्दोलन जो सेवा कर रहे है। वह 33 कोटी देवी – देवताओं की सेवा के तुल्य है । ऐसे भक्त परायण भाटी पर किसी तरह की आंच नहीं आनी चाहिए । प्रशासन यदि जोर अजमाइश करता है तो सबसे पहले जनता का दायित्व है कि वो पहला वार अपने घर लें। धरना स्थल पर रामसुखदास महाराज के अनुयायी किसन महाराज , श्यामसुन्दर महाराज , पूनमचंद महाराज , विवेकानंद महाराज ने कहा कि स्वामी रामसुखदास महाराज तो गोचर में पेड़ काटने को भी गलत मानते थे वह ऐसे लोगों की कुलाड़िया छीनने की बात करते थे । हमने कई बार गोचर में पेड़ काटने वाली की कुलाड़िया छिनी भी हैं । आज जब गोचर को ही हड़पने की तैयारी हो रही है तो हम चुप नहीं बैठ सकते । भाटी जो गाय , गोचर के लिए कर रहे है उसमें पुरा साधु समाज भाटी के साथ खड़ा है इस अवसर पर पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी ने कहा कि मेरे जीवन का लक्ष्य है कि गाय , गोचर के लिए जीवन अर्पित करूं । आज वंदेमातरम् मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष लोकेश आचार्य ने धरना स्थल पर आकर भाटी द्वारा दिये जा रहे धरने को अपना समर्थन देते हुए कहा कि आज गाय , गोचर बचाना सनातन धर्म को बचाना है । महाराज कृपात्री आज से पूर्व पचपन साल पहले इसके लिए आन्दोलन किया था । लोकेश आचार्य के साथ रायसिंहनगर जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सारस्वत , प्रवक्ता कर्णपालसिंह व कार्यकारिणी सदस्य धरने में शामिल होने पहुंचे । आज पूगल क्षेत्र से डूंगरराम सैन पूर्व सरपंच रामड़ा , हणुतसिंह सोड़ा पूर्व सरपंच डेली तलाई , भीवसिंह के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता धरना स्थल पर पहुंच कर गो माता जयकारे के नारे लगायें । प्रवक्ता बांठिया ने बताया कि आज मुरली मनोहर गोचर संरक्षण समिति के बालकों द्वारा ही गाय , गोचर पर गीत गाकर अपनी अलग ही छाप छोड़ी । समिति के सुन्दर जोशी , कैलाशचन्द्र सोलंकी , दुर्गादास मीमाणी , बदीप्रसाद , शिवजी गहलोत , भवानी शंकर सोलंकी , देवकिशन माली , सत्यनारायण सोलंकी , चन्द्र शेखर पड़िहार , करणीसिंह पड़िहार , हरीश कुमार गहलोत , प्रेमजी माली , ताराचन्द्र प्रजापत , महेश कुमार मनीष कुमार सोलंकी , अशोक कुमार पड़िहार , मुकेश सैन , दीपक जोशी , अनिल जाखड़ व नन्द किशोर पुरोहित ने गीता पाठ में सहयोग किया । आज सायं धरना स्थल पर गाय , गोचर व भाटी पर लिखी गयी। वंदेमारतम् मंच के विजय कोचर , नेमीचन्द गहलोत , राजाराम स्वर्णकार , कृष्णा आचार्य , जुगल किशोर पुरोहित , शिव दाधीच , कैलाश टाक , बाबुलाल छंगाणी , श्याम सुन्दर भोजक व मालचन्द जोशी ने कविताएं भी सुनायी । आज धरना स्थल पर जिले भर से आये गोप्रेमी , भाटी समर्थकों का दिन भर आना जारी रहा । प्रमुख रूप से देशनोक पूर्व पालिका अध्यक्ष सुशीला सुथार , रामेश्वर सुथार , भोलासर सरपंच पवन जोशी , राजेन्द्र बिश्नोई अबहोर , पूर्व सरपंच खीवसिंह भाटी , बृजमोहनसिंह पड़िहार , महेश कुमार पुरोहित , जयनारायण मारू , प्रवीण बोथरा , बीठनोक सरपंच नारायणराम सुथार , ओमप्रकाश जाजड़ , ओम पेड़िवाल आदि गो प्रेमी महिला पुरूषों ने पहुंच कर धरने को समर्थन दिया । बांठिया ने बताया कि 25 जनवरी को सायं 6 बजे पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी द्वारा पूरे राष्ट्र के गो प्रेमियों के साथ वर्चुअल बैठक कर आगे की रणनीति तय करेगें । भाटी द्वारा दिये जा रहे धरने के समर्थन में पूरे राज्य से शामिल होने को गोप्रेमी आतुर है लेकिन शीतलहर की वजह से सब को रोक रखा हैं।