धरना किसी को बेघर करने के लिए नही : भाटी
धरने पर पहुंची टीम महावीर रांका
बीकानेर । गोचर ओरण व चारागाह की जमीन पर कब्जों को नियमित करने के राज्य सरकार के फैसले के बाद से बीकानेर में पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी सरह नथानिया गोचर भूमि में बेमियादी धरने पर बैठे हैं। धरने के दसवें दिन भारी ठंड के बावजूद ग्रामीण व शहरी क्षेत्र से आम व खास लोगों का धरने पर आकर समर्थन देने का सिलसिला जारी रहा।
भाटी के प्रवक्ता सुनील बांठिया ने बताया आज धरना स्थल पर आए हुए लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने कहा गोचर ओरण की जमीन पर हमारे धरने का उद्देश्य गोचर का संरक्षण करना है ना की किसी को बेघर करना। गोचर की जमीन को नियमित करने का फैसला प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत के विरुद्ध है भाटी ने कहा कि जो लोग गोचर ओरण में बैठे हैं उनके लिए सरकार गोचर ओरण से सटती जमीन का अधिग्रहण कर उचित दरों पर किस्तों में लोगों को आवास उपलब्ध कराएं।
इस अवसर पर दियातरा के हनुमान उपाध्याय ने कहा राज्य सरकार ने गोचर ओरण की जमीन पर कब्जा करने की नियत से जो यह नियम बनाया है । उसने भाटी जैसे शेर को जगाया है। राज्य सरकार को अब यह नियम वापस लेना ही पड़ेगा नहीं तो सरकार को इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे । आज धरना स्थल पर पूर्व नगर विकास न्यास अध्यक्ष महावीर रांका अपनी टीम के साथ आकर गोचर ओरण भूमि को संरक्षित करने के लिए पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी द्वारा अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है उसमे अपना पूर्ण समर्थन व सहयोग की बात कही ।
आज धरनास्थल पर पशुक्रूरता निवारण समिति जिला हनुमानगढ़ के जिलाध्यक्ष रमेश पारीक, जीव रक्षा संस्था के अध्यक्ष अध्यक्ष मोखराम धारणीया सचिव रामकिशन डेलू , बीकानेर इंटेक चैप्टर के पृथ्वीराज रतनू ने अपनी कार्यकारणी के साथ धरनास्थल पर पहुंचे व भाटी के धरने का समर्थन किया। आज धरना स्थल पर जैन कॉलेज छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष जितेश बांठिया , पूर्व पार्षद परमानंद ओझा केशुसिंह शोभासर तुलछाराम मेघवाल जयमलसर , सरपंच मेहरासर बजरंग मारू, देवकिशन पंचारिया मियांकोर लक्ष्मण सिंह नोखड़ा मोहन आचार्य मघसिंह उदावत कानासर, मूलदास साध कावनी , भँवर राम नायक , उप सरपंच उपेंद्र सिंह , प्रेम सिंह चौहान अम्बासर सहित सैकड़ों लोगों ने आकर अपना समर्थन जताया।
धरने पर भजन-कीर्तन व प्रवचन चल रहे है । आज सरला सुथार , प्रेमलता पणिया , पुष्पा सुथार , शारदा राव, संतोष राठौड़ ,अल्का बिश्नोई, नारायण रंगा बाबूपुरी लोहावट, भारती जी महाराज हनुमान गोशाला कानासर ने भजनों की प्रस्तुति दी वहीं तबले पर संगत बजरंग जोशी ने की।