बीकानेर को पैरामेडिकल कॉलेज की प्रशासनिक- वित्तीय स्वीकृति मिलती है तो…
बीकानेर। पैरामेडिकल काॅलेज बीकानेर की बड़ी जरूरत है। इस काॅलेज के मिलने से न केवल बड़े स्तर पर रोजगार के अवसर खुलेंगे बल्कि संभाग को गुणवत्तापरक सर्विसेज भी मिलने लगेगी। बीकानेर जिला उद्योग संघ अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया, बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल सचिव वीरेंद्र किराडू एवं दिलीप रंगा ने बीकानेर में पैरामेडिकल कॉलेज की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान करने का ज्ञापन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला को भिजवाया है। इसमें उन्होंने बताया कि सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज बीकानेर में DMLT, DRT, DOTT व BRT जैसे पैरामेडिकल कोर्स पिछले 5 वर्षों से चल रहे हैं। बीकानेर में पैरामेडिकल कॉलेज की नितांत आवश्यकता महसूस की जा रही है क्योंकि पैरामेडिकल कॉलेज द्वारा भारत सरकार से मान्यता प्राप्त 56 प्रकार के पैरामेडिकल कोर्स जैसे कि ईसीजी, डायलिसिस, डेंटल कैथ लेब, ब्लड बैंक आदि करवाए जाते हैं। पैरामेडिकल कॉलेज की स्थापना होने पर 12वीं कक्षा उत्तीर्ण बीकानेर के छात्र/छात्राओं को अपने ही शहर में विशेष योग्यता के इन कोर्सेज को करने की सुविधा उपलब्ध हो पाएगी, साथ ही पूरे बीकानेर संभाग के विद्यार्थियों के लिए रोजगार निजी व राजकीय संस्थानों में दक्ष तकनीकी कर्मियों की उपलब्धता तथा जांचों की गुणवत्ता भी बढ़ेगी। यदि बीकानेर में पैरामेडिकल कॉलेज खुलता है तो इससे बीकानेर संभाग के हजारों बेरोजगार युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण प्राप्त करने का मौका मिलेगा। इससे ना केवल इन बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि बीकानेर के साथ साथ राजस्थान भर में विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। पैरामेडिकल कॉलेज की स्थापना के साथ यहाँ छात्र व छात्राओं के लिए छात्रावास, अत्याधुनिक कैंटीन जिसमें छात्र व छात्राओं के रहने खाने की सुविधाओं का भी विकास होगा। कुल मिलाकर पैरामेडिकल कॉलेज की स्थापना का कार्य जनकल्याण कारी कार्य है जिसके पूर्ण होने से बीकानेर व यहाँ के युवाओं का विकास अपेक्षित है।