कोविड संक्रमण से मृत व्यक्तियों के परिजनों को अनुग्रह राशि के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे
बीकानेर, 14 जनवरी। कोविड-19 से मृत व्यक्तियों के परिजनों को अनुग्रह राशि के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एल डी पंवार ने बताया कि कोविड संक्रमण के कारण मृत व्यक्ति के रिश्तेदार अथवा परिजन को राज्य सरकार द्वारा राज्य आपदा मोचन निधि से 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देय है। उन्होंने बताया कि कोविड से ग्रसित होने के उपरांत अस्पताल अथवा घर में जिनकी मृत्यु हुई है और जिनके मृत्यु प्रमाण पत्र में मृत्य का कारण कोविड-19 दर्ज है, जिनकी मृत्यु जांच में पाॅजिटिव आने की तारीख अथवा क्लीनिकली कोविड पाॅजिटिव पाए जाने के 30 दिवस के भीतर हुई है, भले ही ऐसी मृत्यु अस्पताल के बाहर हुई हो और व्यक्ति इससे पूर्व कोविड नेगेटिव हो चुका हो व ऐसे कोविड पाॅजिटिव रोगी जिनकी मृत्यु निरंतर अस्पताल में भर्ती रहने के कारण हुई है, भले ही वह नेगेटिव आ गया है,
उसके रिश्तेदार अथवा परिजन इसके लिए पात्र होंगे। पवार ने बताया कि यदि कोविड-19 मृत्यु अस्पताल में हुई है तो मृत्यु प्रमाण पत्र (मेडिकल सर्टिफिकेट ऑफ काॅज ऑफ डैथ-एमसीसीडी) संबंधित अस्पताल द्वारा जारी किया जाएगा। अन्य समस्त प्रकरणों में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा जिला कलक्टर स्तर से गठित कमेटी के द्वारा एमसीसीडी सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा।
पंवार ने बताया कि कोविड-19 मृत्यु प्रमाण पत्र के आधार पर मृत व्यक्ति के रिश्तेदार अथवा परिजन द्वारा संबंधित दस्तावेज के साथ आवेदन ई मित्र कियोस्क के माध्यम से निःशुल्क किया जा सकता है। अन्य जानकारी के लिए जिला कलक्टर कार्यालय के नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबर 0151-2226031 पर संपर्क किया जा सकता है।
पंवार ने बताया कि कोविड-19 से मृत व्यक्तियों, (जो राजकीय सेवा में नहीं थे )की 300 विधवाओं को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष से एक लाख रुपये के साथ पचास हजार रुपये उनके बैंक खातों में हस्तांतरित की जा चुकी है। ऐसे लाभार्थियों को आवेदन की जरूरत नहीं है।
*ग्रामीण क्षेत्र के दौरे पर रहे जिला कलक्टर*
*सुनी आमजन की समस्याएं, कोविड प्रोटोकॉल की पालना सुनिश्चित करने के दिए निर्देश*
बीकानेर, 14 जनवरी। जिला कलक्टर नमित मेहता शुक्रवार को ग्रामीण क्षेत्र के दौरे पर रहे। उन्होंने उतमामदेसर, साधासर, जसरासर और मुकाम में ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। आमजन से कोविड प्रोटोकॉल की पालना तथा शत-प्रतिशत टीकाकरण की समझाइश की।
जिला कलक्टर ने उतमामदेसर के आंगनबाड़ी केन्द्र में कोविड वैक्सीनेशन कार्य का जायजा लिया तथा 15 से 17 वर्ष आयु के किशोर-किशोरियों, बूस्टर डोज के पात्र लोगों के साथ प्रत्येक व्यक्ति का वैक्सीनेशन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने नवसृजित उतमामदेसर ग्राम पंचायत के निर्माणाधीन ग्राम पंचायत भवन का जायजा लिया तथा निर्माण कार्य निर्धारित समय में गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए। गांव में पानी की निकासी के लिए सोखते गड्ढे बनवाने के निर्देश दिए। ग्रामीणों की उच्च प्राथमिक विद्यालय के क्रमोनयन की मांग पर उन्होंने प्रस्ताव बनाकर देने के निर्देश दिए तथा कहा कि यह प्रस्ताव शिक्षा विभाग को भिजवाए जाएंगे।
स्कूल के ऊबड़-खाबड़ परिसर के समतलीकरण के लिए मनरेगा के तहत प्रस्ताव बनवाने और कार्य करवाने के निर्देश दिए। गांव में नए ट्यूबवेल बनवाने की मांग पर नियमानुसार कार्यवाही के लिए जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता को निर्देशित किया। उन्होंने कृषि विभाग के उपनिदेशक को निर्देश दिए कि उपलब्धता और आवश्यकता के अनुसार किसानों को यूरिया का वितरण सुनिश्चित किया जाए। उतमामदेसर में खेल मैदान के ऊपर से विद्युत लाइन शिफ्ट करने तथा बिजली विभाग के कार्मिक को मुख्यालय पर रहने के लिए पाबंद करने के निर्देश विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता को दिए।
*पानी निकासी की समस्या का हो स्थाई समाधान
जिला कलक्टर ने इससे पहले रिडमलसर से नापासर जाने वाली मुख्य सड़क का अवलोकन किया। उन्होंने इस रोड पर पानी की निकासी की समस्या का स्थाई समाधान करने तथा यहां सीसी रोड बनवाने के निर्देश दिए। इसी प्रकार हल्दीराम प्याऊ से जसरासर तक टूटी-फूटी रोड का प्राथमिकता से दुरूस्त करवाने को कहा। उन्होंने कहा कि जब तक इस रोड का काम स्वीकृत होता है, उससे पहले गड्डों को भरने काम 15 फरवरी तक पूर्ण किया जाए।
सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि इस सड़क को पीपीपी मोड पर लिया जा चुका है तथा जल्दी ही इसका निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया जाएगा।
*प्राथमिकता से हो राजस्व संबंधी मामलों का निस्तारण*
जिला कलक्टर ने साधासर में आमजन की समस्याएं सुनी। इस दौरान ग्रामीणों ने गांव में बालिका विद्यालय की खुलवाने की मांग रखी। जिला कलक्टर ने इस संबंध में प्रस्ताव उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। खेतों तक पहुंचने के रास्तों की समस्या को ग्रामीणों द्वारा रखा गया। इस संबंध में जिला कलक्टर ने कहा कि ऐसे सभी प्रस्तावों में नियम सम्मत कार्यवाही की जाए। राजस्व से संबंधित मामलों का प्राथमिकता से निस्तारण किया जाए। साधासर के मुख्य रोड पर क्षतिग्रस्त हो रहे जीएसएस परिसर को दुरूस्त करने के निर्देश दिए।
*मनरेगा के तहत स्वीकृत करें ज्यादा से ज्यादा कार्य*
जसरासर में पम्प हाउस से टंकी तक की पाइपलाइन अविलम्ब दुरूस्त करवाने के निर्देश दिए। विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि मनरेगा के तहत ज्यादा से ज्यादा कार्य स्वीकृत किए जाएं। जसरासर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के दो कार्मिकों की प्रतिनियुक्ति अविलम्ब निरस्त करते हुए सीएचसी में उपस्थिति के लिए सीएमएचओ को निर्देश दिए। अतिक्रमण की समस्या पर तत्काल कार्यवाही के लिए निर्देशित किया तथा इसमें पूर्ण पारदर्शिता रखने की हिदायत दी।
*मुकाम में किए दर्शन*
जिला कलक्टर ने मुकाम स्थित विश्वप्रसिद्ध जाम्भोजी धाम के दर्शन किए तथा जिले में अमन-चैन और शांति की कामना की। मंदिर प्रबंधन से जुड़े लोगों ने उन्हें इसके ऐतिहासिक महत्व के बारे में बताया। यहां स्वीकृत दो ट्यूबवेल का कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश जिला कलक्टर ने दिए। इस दौरान जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के.,उपखण्ड अधिकारी स्वाति गुप्ता, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल मीणा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एलडी पंवार,अधीक्षण अभियन्ता डिस्काॅम लाभ सिंह मान, तहसीलदार नोखा राम किसन बिश्नोई, ब्लाॅक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.श्याम बजाज सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
*जिला कलक्टर ने नोखा में ली अधिकारियों की बैठक*
*कोविड प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश, प्रोटोकॉल अवहेलना पर होगी सख्त कार्यवाही*
बीकानेर, 14 जनवरी। जिला कलक्टर नमित मेहता ने शुक्रवार को नोखा में ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कोविड संक्रमण की स्थिति तथा कोविड प्रबंधन सहित पानी, बिजली और कृषि से संबंधित बिंदुओं की समीक्षा की।
जिला कलक्टर ने कहा कि बीकानेर के बाद नोखा और श्रीडूंगरगढ़ में संक्रमण की दर सबसे ज्यादा है। इसके मद्देनजर कोविड प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाए। अस्पताल में पर्याप्त बैड एवं दवाइयों की व्यवस्था रहे। ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट को चालू स्थिति में रखा जाए। उन्होंने ऑक्सीजन सिलेण्डर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की स्थिति के बारे में जाना। सैम्पलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए। साथ ही वैक्सीनेशन कार्य में और अधिक गति लाने को कहा। उन्होंने कहा कि नोखा शहर के प्रवेश मार्गों पर प्रभावी चेकिंग की जाए। पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीमें शहरी क्षेत्र का भ्रमण करें तथा गाइडलाइन की अवहेलना करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही हो। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की स्कूलें अब भी चालू हैं, इसके मद्देनजर इन स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल की पालना का ध्यान रखा जाए। साथ ही किशोर-किशोरियों का वैक्सीनेशन भी करवाया जाए। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों में भी प्रोटोकॉल की पालना हो, इसके मद्देनजर इन स्थलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की जाए। उन्होंने कहा कि नोखा में ‘आदर्श कोविड प्रबंधन’ करते हुए एक मिसाल प्रस्तुत की जाए।
जिला कलक्टर ने कहा कि जिन सरकार भवनों के पट्टे नहीं हैं, उनके पट्टे शीघ्र जारी किए जाएं। राज्य सरकार की फ्लेगशिप योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हो। जिससे अंतिम छोर तक बैठे व्यक्ति को इनका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि यूरियर वितरण सेंटर पर सिर्फ यूरिया ही वितरित किया जाए, इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग हो। उन्होंने कहा कि कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति जैसी आधारभूत सुविधाओं का लाभी प्रत्येक व्यक्ति को मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की सामाजिक सुरक्षा पेंशन तथा अन्य योजनाओं की समीक्षा की।
इस दौरान जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के., उपखण्ड अधिकारी स्वाति गोयल, तहसीलदार रामकिसन बिश्नोई, विकास अधिकारी मेजर अली, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल मीणा, खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्याम बजाज, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता बलवीर सिंह, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एलडी पवार,विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता लाभ सिंह मान, पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता मुकेश गुप्ता सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।