लोहड़ी पर दिनभर चला फोन पर बेलियों को लख लख बधाईयां देने का सिलसिला
बीकानेर। बीकानेर पंजाबी महासभा के आह्वान पर आज पंजाबी बंधुओं ने घरों में ही लोहड़ी पर्व मनाया। सीए सुधीश शर्मा ने परिवार सहित अमर सिंह पूरा स्तिथ निवास पर लोहड़ी पूजन किया। बीकानेर पंजाबी महासभा के अध्यक्ष नरेश चुग ने भी परिवार सहित लोहड़ी पर्व मनाया और सभी के बेहतर स्वास्थ्य की कामना की। पंजाबी बंधुओं ने दिन भर फोन पर अपने बेलियों को लख लख बधाईयां दी। लोहड़ी से एक दिन पहले महासभा की अध्यक्षता में बुधवार को लोहड़ी पर्व मनाऐं जाने को लेकर बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि पंजाबी महासभा द्वारा प्रतिवर्ष मनाए जाने वाला लोहड़ी महोत्सव कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष भी सामूहिक नहीं मनाया जाएगा। अध्यक्ष नरेश चुग ने समाज को यह संदेश दिया कि 13 जनवरी को लोहड़ी के पावन पर्व को अपने अपने घरों में रहकर ही मनाएं। घर में पवित्र अग्नि प्रज्जवलित कर उसकी लपटों की परिक्रमा कर अपने उज्जवल भविष्य की कामना करें। देश व समाज की खुशहाली की कामना आदि के शुभकामना संदेश भी एक दूसरे को फोन व वाट्सअप पर ही देवे। इस अवसर पर बच्चे घर घर जाकर लोहड़ी लाकर लकड़ी आदि सामग्री एकत्रित करने की परम्परा का निर्वहन भी न करें।
कोरोनो एडवाइजरी की पालना के साथ शुरू हुई सभा की बैठक में महासचिव सुभाष भोला ने बताया कि राज्य सरकार की कोविड, ओमीक्रोन गाईडलाइन की पालना के कारण पंजाबी संस्कृति को जीवंत करने वाले लोहड़ी पर्व को रद्द करना पड़ा। इसके साथ ही संस्था द्वारा इस दिन आयोजित होने वाले मुख्य कार्यक्रम नवजात शिशु एवं नव विवाहित जोड़ो को सम्मानित करना तथा पंजाबी समाज की पहचान भांगड़ा नृत्य एवं लोकगीत आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम भी सार्वजनिक नहीं किए जाएगे।
बैठक में सभा के संरक्षक गौतमलाल खिवाणी ने लोहड़ी महोत्सव आयोजन की दशकों से निर्वहन की जा रही परम्परा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पंजाब की धरती पर लहलहाती फसलों को देखकर उस दिन खुशिया मनाई जाती है। इस दिन को शुभ मानते हुए सभी मांगलिक कार्यक्रम किये जाते है।
बैठक में महासभा एवं सेवा संस्थान के प्रतिनिधियों ने भाग लिये जिसमें हुक्मचंद किंगर, मनोहरलाल छाबड़ा, हरभगवान अनेजा, विपिन पोपली, राजेश मुंजाल, गिरिश खत्री, एडवोकेट हरीश मदान, केशव रहेजा, सुरेश खिवाणी, विक्की चढ्ढा, ओमप्रकाश रूपेला, दीपक अरोडा, किशन चावला, अंकुर नागपाल, विकास कैली, सुनील तलदार, मनोज चुग आदि ने अपने अपने विचार प्रकट कियें।