सूरदासाणी बगेची में श्रीमद् भागवत कथा का समापन
बीकानेर । दुर्गा देवी चूरा की पावन स्मृति में गोकुल सर्किल स्थित सूरदासाणी बगेची में चल रही श्री मद् भागवत कथा के सातवें और समापन दिवस पर भक्तों ने कथा का खूब आनन्द लिया । महाराज ने बताया कि कृष्ण ने 16108 लड़कियों से विवाह किया जो भूमासूर की कैद में थी। आज अंतिम दिन भागवताचार्य मुरली मनोहर व्यास ने बाणासुर श्री कृष्ण में भीषण युद्ध, उषा एवं अनिरुद्ध विवाह
कृष्ण द्वारा द्वारिका नगरी बसाना, जरासंध वध,अश्वमेघ यज्ञ के प्रसंग तथा कृष्ण व सुदामा के मिलन का बड़ा हृदयस्पर्शी वृतान्त सुनाया। साथ ही महाराज ने यदुवंश के नाश और द्वारकाधीश द्वारा पुनः अपने लोक में जाने का मोक्षकारी प्रसंग भी सुनाया।
आज कृष्ण. रूकमणी और सुदामा की शानदार झाँकी प्रस्तुत की गई। कथा के दौरान समाज के प्रबुद्धजनों को नारायण दास चूरा, राजेश चूरा, गोविन्द नारायण चूरा आदि परिजनों ने दुपट्टा-तस्वीर देकर सम्मानित किया। इस दौरान आयोजक एवं उद्योगपति राजेश चूरा ने सभी भक्त और भागवताचार्य मुरली मनोहर व्यास को धन्यवाद दिया और भावपूर्ण कृतज्ञता अर्पित की। कथा कार्यक्रम का संचालन प्रदीप व्यास ने किया।